नई दिल्ली : क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने रियल एस्टेट कंपनी आम्रपाली के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में मामला दर्ज कराया है, कंपनी पर धोनी के 150 करोड़ रुपये नहीं चुकाने का आरोप है। धोनी ने याचिका में आरोप लगाया है कि कंपनी का ब्रैंड ऐंबैसडर बनाने के बाद आम्रपाली ने उन्हें कई साल से भुगतान नहीं किया है। आम्रपाली ने 2011 में क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारत की जीत के बाद टीम इंडिया के प्रत्येक सदस्य को नोएडा एक्सटेंशन में आम्रपाली ड्रीम वैली प्रॉजेक्ट में एक विला तोहफे के तौर पर दिया था। धोनी को 1 करोड़ रुपये की कीमत वाला और टीम के बाकी सदस्यों को 55 लाख रुपये प्रत्येक का विला दिया गया था, आपको बता दें कि आम्रपाली वित्तीय संकट में फंसी हुई है, इसलिए कंपनी ने कई हाउसिंग प्रॉजेक्ट्स पूरे नहीं किए है, आम्रपाली ग्रुप को नोएडा और ग्रेटर नोएडा में 10 हाउसिंग प्रॉजेक्ट्स में लगभग 40,000 फ्लैट की डिलीवरी देनी है। ऋति स्पोर्ट्स के मैनेजिंग डायरेक्टर अरुण पांडे की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि कंपनी ने ब्रैंडिंग और मार्केटिंग ऐक्टिविटीज के लिए हमें पैसा नहीं दिया। पांडेय ने बताया कि ऋति स्पोर्ट्स का आम्रपाली पर लगभग 200 करोड़ रुपये बकाया है।
आम्रपाली के हाउसिंग प्रॉजेक्ट के पूरा न होने को लेकर नाराज होमबायर्स के सोशल मीडिया पर धोनी को निशाना बनाने के बाद उन्होंने अप्रैल 2016 में कंपनी से ब्रैंड ऐंबैसडर के तौर पर अपना नाता तोड़ लिया था। होमबायर्स ने अपने ट्वीट्स में धोनी से आम्रपाली से खुद को अलग करने या कंपनी पर गौरतलब है कि महेंद्र सिंह धोनी 6-7 साल तक आम्रपाली के ब्रैंड ऐंबैसडर थे। कंपनी का कहना है कि रियल्टी सेक्टर में मंदी के कारण उसकी बिक्री घट गई है और इस वजह से उसे प्रॉजेक्ट्स पूरे करने में मुश्किल हो रही है। पिछले वर्ष बैंक ऑफ बड़ौदा ने आम्रपाली ग्रुप के खिलाफ नैशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल (एनसीएलटी) में इन्सॉल्वंसी के लिए याचिका दायर की थी। इसके बाद आम्रपाली ग्रुप के प्रॉजेक्ट्स में अपार्टमेंट खरीदने वाले लोगों ने अपने इन्वेस्टमेंट की सुरक्षा की मांग करते हुए सर्वोच्च न्यायलय में याचिका दाखिल की थी।