नई दिल्ली/पटना : बिहार के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की दलीलों को स्वीकार करते हुए उन्हें 20 फरवरी को राज्यपाल के अभिभाषण के बाद बहुमत साबित करने का संभवत: अवसर दे दिया है। बुधवार की देर रात मिली अपुष्ट खबरों के मुताबिक राज्यपाल सात सदस्यीय कैबिनेट और एक दर्जन विधायकों की समर्थन वाली सरकार का अभिभाषण पढ़ेंगे। इसके बाद गुप्त मतदान या लॉबी डिवीजन से बहुमत का फैसला होगा। याद रहे कि मुख्यमंत्री ने भी गुप्त मतदान के जरिए बहुमत का फैसला कराने की मांग की थी। इससे पहले दिल्ली में शाम सात बजे बिहार विधानमंडल दल के नए नेता नीतीश कुमार ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से राज्य में अपने नेतृत्व में नई सरकार के जल्द से जल्द गठन का रास्ता प्रशस्त करने की मांग की। नीतीश ने राष्ट्रपति भवन परिसर में मौजूद 130 विधायकों के समर्थन का दम भरने के साथ जनता परिवार के वरिष्ठ नेताओं मुलायम सिंह यादव, शरद यादव, लालू प्रसाद व समर्थक दलों के नेताओं के साथ गवर्नर पर जल्द फैसला लेने का दबाव भी बनाया। कहा कि देरी से प्रदेश का माहौल प्रदूषित हो रहा है और खरीद-फरोख्त को बढ़ावा मिल रहा है।