नई दिल्ली: टीचर्स डे से एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दिल्ली के मानेकशॉ ऑडिटोरियम में स्कूली बच्चों को संबोधित कर रहे हैं पीएम मोदी 9 राज्यों के छात्रों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात कर रहे हैं।बच्चों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा– शिक्षकों को छात्रों पर किताब लिखनी चाहिए।- शिक्षक की पहचान है विद्यार्थी; मां जन्म देती है, गुरु जीवन देता है।- जीवन को सुधारने में मां और शिक्षा का योगदान होता है।- गुरू की बात जीवनभर याद रहती है।- एपीजे अब्दुल कलाम हमारे लिए प्रेरणास्रोत हैं। डॉ. अब्दुल कलाम को टीचर के रूप में याद रखा जाए, वे बच्चों को बुहत प्यार करते थे। शिक्षक कभी रिटायर नहीं होता। शिक्षक का दायित्व बहुत बड़ा होता ह डॉ कलाम कभी विद्या के मार्ग से अलग नहीं हुए, हमेशा नई प्रतिभा को खोजते रहे- डॉ. अब्दुल कलाम अंतिम समय तक बच्चों के बीच रहे, पढ़ाते-पढ़ाते शरीर छोड़ा।- देश रोबोट तैयार करना नहीं चाहता, हमारे भीतर संवेदनाएं होनी चाहिए।- बच्चों का नज़रिया ही घटनाओं का सही दर्पण है।- अच्छे डॉक्टरों, वैज्ञानिकों के पीछे शिक्षक।- बचपन में मैंने स्वामी विवेकानंद की किताबें पढ़ीं और उन्हीं का मुझ पर ज्यादा प्रभाव पड़ा।- जीवन किसी एक व्यक्ति के कारण नहीं बनता, हर आदमी का अलग-अलग योगदान होता है। बालक मन जीतना सिखा सकता है, उतना कोई नहीं सिखा सकता।इस दौरान ऑडिटोरियम में बच्चों ने पीएम के सामने चंदन है ‘माटी मेरे देश की’ गाना प्रस्तुत किया। पीएम ने बच्चों को संबोधित करने से पहले ‘कला उत्सव’ नाम की वेबसाइट का शुभारंभ किया। इसके साथ ही उन्होंने डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के सम्मान में 125 रुपए और 10 रुपए का सिक्का जारी किया।