‘माइ लखनऊ, माइ प्राइड’ एप से देखिए नवाबों का शहर
लखनऊ। प्रदेश में पर्यटन के बढ़ावे और पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए अखिलेश सरकार हर स्तर पर कोशिशें कर रही है। लखनऊ की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों से पर्यटक रूबरू हों इसके लिए हुसैनाबाद ट्रस्ट और जिला प्रशासन नया एप “माइ लखनऊ-माइ प्राइड” लेकर आ रहा है। इसकी लॉंचिंग में हालांकि अभी कुछ समय बाकी है। इस एप के जरिए किसी भी पर्यटक को घूमने लायक स्थानों का पूरा ब्यौरा, फोटोज़, वीडियोज़ और हेल्पडेस्क भी मिल सकेगी।
मार्च तक चमकने लगेंगी ऐतिहासिक इमारतें
प्रशासनिक अधिकारियों के मुताबिक पुराने लखनऊ और स्मारकों के मेकओवर का काम मार्च, 2016 तक हर हाल में पूरा कर लिया जाएगा। लखनऊ के डीएम राजशेखर ने यह डेडलाइन ‘विश्व पर्यटन दिवस’ के मौके पर हुसैनाबाद ट्रस्ट की ऐतिहासिक इमारतों के भ्रमण के समय तय की। इस दौरान उनके साथ जिला प्रशासन, हुसैनाबाद एंड एलाइड ट्रस्ट (एचएटी) और आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (एएसआई) के अधिकारी भी मौजूद थे।
पर्यटकों से मांगे सुझाव
डीएम राजशेखर ने स्मारकों पर सुविधाओं को और बेहतर बनाने के लिए वहां आए पर्यटकों से भी बात की। इस दौरान विजिटर्स से ये भी पूछा गया कि कौन सी जरूरी सुविधाएं यहां स्मारकों पर होनी चाहिए। राजशेखर ने कहा कि पुराने शहर में चल रहे कामों की निगरानी भी की जाएगी। बड़ा इमामबाड़ा पर माडर्न टॉयलेट, मॉडर्न टिकट काउंटर, सीसीटीवी कैमरा लगाने के काम भी फरवरी 2016 तक हर हाल में पूरे कर लिये जायेंगे।
शहर घूमने के लिए फ्री में मिलेगी साइकिल
ऐतिहासिक स्मारकों पर पर्यटकों को सुविधाएं देने के लिए बड़ा इमामबाड़ा, छोटा इमामबाड़ा, पिक्चर गैलरी पर ठंडे पानी के कोल्ड फिल्टर वाटर प्लांट लगाए जाएंगे। जबकि पुराने लखनऊ में केजीएमयू से लेकर छोटा इमामबाड़ा, घंटाघर, पिक्चर गैलरी तक साइकिल ट्रैक भी बनेगा। हुसैनाबाद ट्रस्ट साइकिल ट्रैक बनने के बाद 100 फ्री साइकिल कियोस्क भी बनायेगा। यहां से पर्यटकों को फ्री में साइकिल मिलेगी। दो से तीन घंटे के लिए यह साइकिल अपनी फोटो आईडी जमा करने पर ली जा सकेगी। यह सुविधा बड़ा इमामबाड़ा पर शुरू की जानी तय हुई है।
एलईडी से जगमगाएंगे स्मारक
बिजली की खपत कम करने के साथ पर्यावरण सुरक्षा के लिए भी सभी स्मारकों से ट्यूबलाइट और सीएएफएल हटाने का फैसला लिया गया है। अब यहां केवल एलईडी लाइट्स ही लगाई जाएंगी। स्मारकों का आकर्षण बढ़ाने के लिए एक एचएटी मान्यूमेंट्स ऑडियो विजुअल थिएटर भी बनाया जाएगा। इसमें लखनऊ से जुड़ी शार्ट फिल्में और क्लिप दिखाई जा सकेंगी। इसकी मदद से स्मारकों पर फोटो प्रदर्शनी और शो आयोजित किए जाएंगे। इन स्मारकों पर दिसंबर 2016 तक ‘लाइट एंड साउंड शो’ शुरू करने की भी योजना है।