माणिक्य धारण करें बनेगा राजयोग
यह तो जानकार बताते ही हैं कि माणिक्य यानी रुबी सूर्य का रत्न है जो कि बेहद ताकतवर रत्न है और नीलम की तरह ही इसका भी बहुत जल्दी प्रभाव दिखता है। पर यह कम लोग बताते हैं कि माणिक्य कुरुन्दम समूह का रत्न है और एल्युमिनियम ऑक्साइड इसका प्रमुख तत्व है।
चूंकि सूर्य प्रमुख रूप से अग्नि प्रधान ग्रह है और सूर्य का रत्न माणिक्य होता है, इसलिए इसे धारण करने वाला चरम सफलता को प्राप्त करता है। माणिक्य रत्न धन-दौलत, मान-सम्मान और यश दिलाता है। इसलिए सलाह दी जाती है कि जो लोग राजनेता, अधिकारी, डॉक्टर, इंजीनियर जैसे बड़े पदों के अधिकारी बनने की लालसा रखते हैं उन्हें माणिक्य धारण करना चाहिए।
सूर्य के लिए गुलाबी रंग का माणिक्य सर्वोत्तम माना जाता है। चूंकि माणिक्य सूर्य का रत्न है और सूर्य ग्रहों का राजा है इसीलिए उसका रत्न भी राजयोग दिलाता है। राजा-महाराजाओं के जमाने में तो राजा अपने मुकुट में माणिक्य रत्न धारण करते थे। फिर भी सलाह यही दी जाती है कि माणिक्य रत्न को धारण करने से पहले ज्योतिषी को कुंडली दिखाना चाहिए इसके बाद ही माणिक धारण करना चाहिए।
माणिक्य की पहचान
आज कल रत्न के नाम पर लोग ठगे जाते हैं, इसलिए जरुरी है कि जब आप माणिक्य लें तो उसे परख लें। माणिक्य रत्न अनार के दाने के समान होता है। रत्न गाढ़े रंग का होता है। यह वजनी और ठंडा होता है। इसकी पहचान यही है कि जब आप इसे आंखों में रखते हैं तो ठंडक महसूस होती है।