मात्र 7 दिनों में पुरानी से पुरानी बवासीर को खत्म कर सकती है तोरई, जानिए कैसे?
आजकल की बदलती जीवनशैली और दिनचर्या के कारण कुछ बीमारियाँ बिलकुल आम सी हो गई हैं, ऐसी ही बीमारियाँ हैं, पथरी और बवासीर जो किसी भी उम्र में और किसी को भी हो सकती है, लेकिन अक्सर देखा जाता है कि पुरुष इन बीमारियों शिकार कुछ अधिक हो जाते हैं।
पथरी भी काफी गम्भीर बीमारी होती है, जो एक एम एम से लेकर साईज में काफी बड़ी हो सकती है, ज्यादातर मामलों में पथरी का इलाज ऑपरेशन के द्वारा ही किया जाता है| पहले ये बीमारियाँ बढती उम्र के साथ होती थी पर अब बदलती दिनचर्या और अनियमित लाइफस्टाइल के साथ साथ खान पान में हो रहे बदलाव के कारण कम उम्र में ही पथरी और बवासीर जैसी बीमारियाँ पनपने लगती हैं, पर आज हम आपको एक ऐसी सब्जी के बारे में बताने जा रहे हैं, जो इन बीमारियों के साथ साथ गठिया रोग में भी लाभकारी होता है|
हम जिस सब्जी के बारे में बात करने वाले हैं उस सब्जी का नाम तोरई है, तोरई की सब्जी बेहद स्वादिष्ट और गुण कारी होती है, लेकिन पथरी में इसका सेवन सब्जी की जगह रस के रूप में किया जाता है, यदि तोरई का रस लगातार तीन दिनों तक पिया जाये तो पथरी टुकड़ों में टूटने लगती है और धीरे धीरे गलकर शरीर के बाहर निकल जाती है। इसके अलावा अगर आपको बवासीर है तो तोरई का रस निकालकर रोज सुबह खाली पेट सेवन करें। 7 दिन के भीतर बवासीर का रोग खत्म हो जाएगा। इस दौरान आपको मादक पदार्थों से दूर रहना पड़ेगा। इसके अलावा यदि आप नियमित रूप से तोराई की सब्जी का सेवन करते हैं तो गठिया में भी राहत मिलती है, इसके साथ ही तोराई की रस की दो तीन बूंदे नाक में डालने से पीलिया की भी बीमारी दूर हो जाती है।