मात्र 72 घंटों में कंट्रोल होगी आपकी शुगर बस बना लें इस चीज से दूरी…
मधुमेह के 95 फीसद रोगियों में मधुमेह का स्तर मात्र 72 घंटों में ठीक किया जा सकता है। ऐसा तब मुमकिन है जब व्यक्ति संतुलित आहार लेने के साथ सही दिनचर्या और दूध से बनी चीजों से दूरी बना लें। ऐसा करते ही सामान्य मधुमेह रोगियों का बढ़ी हुई शुगर कम होने लगती है। मधुमेह से जुड़ी ये तमाम जानकारियां मधुमेह से पीएचडी और सेहत पर 25 पुस्तके लिखने वाले डा. बिस्स्वरूप रॉय चौधरी ने साझा की।
डा. बिस्स्वरूप रॉय चौधरी इंडो-वियतनाम मेडिकल बोर्ड के अध्यक्ष होने के साथ ही इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड के एडिटर इन चीफ भी है।
सोमवार को आरोग्य मंदिर में मिट्टी लेपन का रिकार्ड बनने के दौरान डा. बिस्स्वरूप चौधरी और वियतनाम से आयीं रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ कॉम्प्लीमेंटरी हेल्थ साइंस लाइसेंस की निदेशिका डा. जूलिया रिकार्ड के दौरान पर्यवेक्षक के रूप में मौजूद रहेंगे।
मधुमेह पर शोध करने वाले डा. बिस्स्वरूप ने मधुमेह रोगियों के लिए फलों का चुनाव करते समय फैली भ्रांति पर कहा कि फल खाने से मधुमेह का स्तर बढ़ता नहीं है बल्कि कम होता है। क्योंकि फलों में जो फूडकोस होता हैं वो खाने के बाद हमारे खून में नहीं जाता है। सिर्फ ग्लूकोस ही हमारे खून तक पंहुचता है।
सलाद का करें भरपूर सेवन
डा. बिस्स्वरूप चौधरी ने कहा कि सुबह से लेकर दोपहर 12 बजे तक सिर्फ तीन, चार तरह के फल का सेवन करना चाहिए। एक व्यक्ति को अपने वजन के अनुसार फल का सेवन करना चाहिए। जिस व्यक्ति का वजन 70 किलोग्राम हैं उसे 700 ग्राम फलों को सेवन करना चाहिए।
फल को पचने में मात्र 40 मिनट का ही समय लगता है। इसके बाद दोपहर का भोजन प्लेट एक व प्लेट 2 के रूप में बांटे। प्लेट एक में कम से कम 350 ग्राम सलाद जरूर खाये। सालाद में ऐसी कोई भी सब्जी हो सकती हैं। जिसे बिना पकाये खाया जा सके।
सलाद खाने के आधा घंटा बाद भोजन करना चाहिए। यही प्रक्रिया रात के भोजन में निभानी चाहिए। अगर हम ये रूटीन अपनाते हैं और दूध एवं दूध बनी चीजों से परहेज करते हैं तो सिर्फ 72 घंटों में ही शुगर की मात्रा में कमी देखी जा सकती है और ब्लड प्रेशर सामान्य स्थिति में आ सकता है। वहीं इसी रूटीन के साथ हार्ट की समस्या एक महीनें ठीक की जा सकती है।