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मानसून सत्र भी चलेगा और माफी भी नहीं मांगूंगा: वीरभद्र

veerशिमला : मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि विपक्ष के सहयोग के बिना भी विधानसभा के मानसून सत्र को चलाएगा। उन्होंने कहा कि जनता विधायकों को जनहित से जुड़े मुद्दों को उठाने के लिए चुनकर भेजती है और विपक्ष को जनता की आवाज को सदन के भीतर उठाना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी तरफ से किसी के लिए असंसदीय भाषा का इस्तेमाल नहीं किया गया है, जिसके लिए वह माफी मांगे। उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व में उनकी तरफ से दिए गए बयान को तोड़-मरोड़कर भी पेश किया गया।मुख्यमंत्री सोमवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र अपनी झेंप मिटाने के लिए पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि यह तो वही बात है कि उलटा चोर कोतवाल को डांटे। वीरभद्र सिंह ने आरोप लगाया कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल को संपत्तियों की जांच करवाने को लेकर वहम हो गया है। उन्होंने कहा कि जांच उसकी संपत्ति की जाती है जिन पर आरोप लगे होते हैं।उन्होंने कहा कि कभी भी राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की है। उलटे प्रेम कुमार धूमल जब सत्ता में आए हैं, उन्होंने मेरे खिलाफ कार्रवाई की है। मैं ऐसे मामलों से न्यायालय से खुद 2 बार बरी हुआ हूं। मुख्यमंत्री ने कहा कि 6 बार मुख्यमंत्री बनकर उन्होंने प्रदेश की सेवा की है। उन्होंने कहा कि जहां तक एच.पी.सी.ए. पर जांच का मामला है तो वह कांग्रेस चार्जशीट का हिस्सा है जिसे न तो उन्होंने बनाया और न ही वह उसके सदस्य थे। उन्होंने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री की अध्यक्षता में गठित कांग्रेस घोषणा पत्र कमेटी ने यह निर्णय लिया था कि सत्ता में आने पर पार्टी चार्जशीट की जांच करवाएगी।नए राज्यपाल की नियुक्ति को लेकर मुख्यमंत्री वीरभद्र ङ्क्षसह ने कहा कि इसको लेकर उनसे नहीं पूछा गया। हालांकि बीते दिनों केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ ङ्क्षसह ने उनको फोन किया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार नए राज्यपाल की नियुक्ति का स्वागत करती है। उधर, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने कहा है कि सदन में भाजपा की क्या रणनीति होगी इसका फैसला विधायक दल करेगा। उन्होंने कहा कि हर बात का जवाब इस बैठक के बाद दिया जाएगा। सत्ती ने कहा कि भाजपा न तो असंसदीय भाषा का प्रयोग करती है और न ही इसे सहन किया जाएगा। पार्टी की क्या रणनीति होगी विधायक दल की बैठक में यह तय किया जाएगा।

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