ज्ञान भंडार
माफी पर अकाल तख्त के Uटर्न पर बोले राम रहीम
दस्तक टाइम्स/एजेंसी हरियाणा : अकाल तख्त के माफीनामे का फैसला वापिस ले लिए जाने के बाद गुरमीत राम रहीम ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि अकाल तख्त का यह फैसला उनकी समझ से परे है धर्म में ऐसा पहली बार सुनने को मिला है कि फैसला रद किया गया।
उन्होंने कहा कि इसके पीछे राजनीति भी हो सकती हैं । पर वे समाज में भाईचारा चाहते हैं। उन्होंने कहा कि सिख पर दर्ज मुकदमे वापस लेने के फैसले पर डेरा कायम है और इसमें कोई फेरबदल नहीं होगा।
वे अपने पिता बापू मग्घर सिंह की याद में आयोजित जन कल्याण परमार्थी शिविर व मुफ्त कानूनी हक शिविर के उद्घाटन अवसर पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से माफीनामा का फैसला वापस लिए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से माफीनामा का मजमून लिखित में भेजा गया था और उस माफीनामे पर उन्होंने हस्ताक्षर किए थे।
उन्होंने कहा कि वे ही जाने वे क्या करते हैं। उन्होंने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से माफ किए जाने के बाद सिख धर्म के बुद्धिजीवी वर्ग ने श्री अकाल तख्त साहिब के फैसले की सराहना की थी, जिसमें त्रिलोचन सिंह भी शामिल थे।
बीफ विवाद पर उन्होंने कहा कि व्यक्ति को मांस खाना ही नहीं चाहिए, मांस व्यक्ति के लिए नहीं बना है। वैज्ञानिक साबित कर चुके हैं कि मांस खाने वाले को आंत का कैंसर होता है। गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हर वो पशु-पक्षी जो लुप्त होने के कगार पर उसका संरक्षण जरूर होना चाहिए।