मायावती ने कहा स्वामी प्रसाद मौर्या ने पार्टी छोड़कर बड़ा उपकार किया
मायावती ने टिकट बेचने के आरोप पर जवाब दिया कि मैंने स्वामी प्रसाद मौर्य के लड़के और लड़की को 2012 के विधानसभा चुनाव में टिकट दिया, अब वो खुद बताएं कि उन्होंने इसके एवज में पार्टी को कितने पैसे दिए।
स्वामी पर जवाबी हमला करते हुए मायावती ने कहा कि वह कई पार्टियों से कूदकर बसपा में आए हैं वो सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के पुराने साथी रहे हैं और कई पार्टियों में रहने के बाद बसपा में आए, इसलिए उन पर कई पार्टियों का रंग चढ़ा हुआ था।
बसपा सुप्रीमो ने कहा, मैंने उन्हें बड़ा पद दिया मान-सम्मान दिया, लेकिन वो परिवारवाद को बढ़ावा देना चाहते थे, जिसका मैंने हमेशा विरोध किया।
मायावती ने कहा कि स्वामी को खुद बताना चाहिए कि उन्होंने बसपा को अपनी बेटी व बेटे को टिकट देने के एवज में कितने पैसे दिए।
मायावती ने खुलासा किया कि 2012 में उन्होंने अपनी बेटी के लिए आगरा मंडल से तो बेटे के लिए रायबरेली के ऊंचाहार से टिकट मांगे थे , मैं उन्हें टिकट नहीं देना चाहती थी लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की सलाह पर मैंने उन्हें टिकट दिया। उनके दोनों बच्चे चुनाव हार गए।
मायाती ने कहा कि वो अब फिर से विधानसभा के चुनाव के लिए अपने बच्चों को एक और मौका देने की बात कह रहे थे, लेकिन मैने जैसे 2014 के लोकसभा चुनाव में इंकार किया था फिर से मना कर दिया।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि जब कांशीराम ने मुझे पार्टी का उत्तराधिकारी घोषित किया तभी मैंने भी कसम खाई थी कि जब तक मैं कभी भी परिवारवाद को बढ़ावा नहीं दूंगी। मैंने कभी अपने माता-पिता व भाई-बहन को एमपी व एमएलए का टिकट नहीं दिया।
उन्होंने मुलायम सिंह पर तंज कसते हुए कहा कि अन्य पार्टियों में यही होता है कि पहले खुद के लिए टिकट फिर बच्चों के लिए टिकट और फिर उनके बच्चों के लिए टिकट देकर उन्हें राजनीति में लाया जाता है। बसपा सुप्रीमो ने कहा कि हमारी पार्टी में ऐसा नहीं होगा, अच्छा हुआ स्वामी प्रसाद मौर्य ने बसपा छोड़ दी, वरना मैं खुद उन्हें पार्टी से निकाल देती।