- सबरीमला विवाद पर केरल सरकार ने न्यायालय से कहा
नयी दिल्ली : केरल सरकार ने सबरीमला मामले में उच्चतम न्यायालय में दाखिल पुनर्विचार याचिका पर लिखित में कहा है कि मासिक धर्म के दौरान किसी महिला को अपवित्र ठहराना पूरी मानवता पर धब्बा है। केरल सरकार ने अपना पक्ष रखते हुए कहा, ” मासिक धर्म के दौरान किसी महिला को अपवित्र ठहराना पूरी मानवता पर धब्बा तथा सभ्य समाज के लिए घृणित है क्योंकि यह स्वाभाविक प्रक्रिया है तथा प्रजनन के लिए अनिवार्य है।” वरिष्ठ अधिवक्ता विजय हंसारिया ने राज्य सरकार की ओर से कहा कि महिला के मासिक धर्म के बिना कोई इंसान हो ही नहीं सकता इसलिए मासिक धर्म के दौरान उनके अपवित्र होने को आधार बना कर बहिष्कार की दलील सबसे खराब तरह की बहिष्कार प्रथा है।