पलवल : 50 हजार के इनामी अजय गुर्जर का नेटवर्क मुंबई और नेपाल तक था। उसके खिलाफ दिल्ली सहित पूरे एनसीआर में मर्डर और डकैती के 18 मामले दर्ज हैं। वह 26 देशों की ताइक्वांडो प्रतियोगिता में मेडल जीत चुका है। पुलिस ने अजय को बुधवार को कोर्ट में पेश कर 3 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया। उसके कब्जे से एक देसी कार्बाइन, 2 देसी कट्टे (312 बोर), 4 देसी कट्टा (315 बोर), 1 पौना बंदूक और 16 कारतूस बरामद किए गए हैं। अजय गुर्जर पिछले 10 साल से रंगदारी का नेटवर्क चला रहा था। उसके गैंग में 50 से अधिक अपराधियों के शामिल होने की आशंका जताई जा रही है। अपराध की दुनिया में भाईजी के नाम से मशहूर अजय के दाऊद इब्राहिम के भाई से भी संपर्क की बात सामने आई है। वह मुंबई और नेपाल में अधिकांश समय बिताता था। पहली बार उसे 2008 में अरेस्ट किया गया था। वह फेसबुक और विडियो कॉलिंग के जरिये रंगदारी मांगने का आदेश देता था। रंगदारी मांगने का अजय गुर्जर का अपना तरीका था। वह टाइप किया पत्र, मैगजीन, गोलियां व देसी कट्टा मिठाई के डिब्बे में रखकर भेजता था। रंगदारी नहीं देने पर अपने गुर्गों से फायरिंग कराता और फेस बुक या विडियो कॉलिंग के जरिए जानकारी लेता था। पुलिस के पास अजय गुर्जर को कोई फोटो न होने की वजह से वह अब तक चकमा देकर फरार होता रहा। मंगलवार को जब पुलिस का उससे आमना-सामना हुआ था। उसने पुलिस से कहा था कि जिस कार में आपकी पिस्टल पड़ी है, उसका लॉक खुला है। सरकारी पिस्टल चोरी हो जाएगी तो नाम अजय गुर्जर का लगेगा। एक बार तो पुलिस ने अजय को अरेस्ट करने के बाद इसलिए छोड़ दिया कि उसने खुद को अजय की बुआ के बेटा बताया था, लेकिन बाद में पता चलने पर दोबारा अरेस्ट किया गया। पुलिस ने अजय गुर्जर की क्राइम हिस्ट्री बनाना शुरू कर दिया है। यह हिस्ट्री यूपी, महाराष्ट्र, दिल्ली, राजस्थान पुलिस को भेजी जाएगी। उस पर डकैती के दौरान भरतपुर में मर्डर किए जाने का मामला भी दर्ज है। एसपी वसीम अकरम ने कहा कि अजय गुर्जर की गिरफ्तारी पुलिस की बड़ी सफलता है।