अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर खरीद मामले में बिचौलिए की भूमिका निभाने वाले क्रिश्चियन मिशेल के प्रत्यर्पण के बाद भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या का भी प्रत्यर्पण जल्द हो सकता है। सोमवार को ब्रिटेन की एक अदालत उसके भारत प्रत्यर्पण पर अपना फैसला सुना सकती है।
पिछले साल अप्रैल में माल्या के खिलाफ प्रत्यर्पण वॉरंट जारी किया गया था जिसके बाद से वह जमानत पर है। माल्या अपने खिलाफ मामले को राजनीति से प्रेरित बताता रहा है। हालांकि, माल्या ने ट्वीट कर कहा, ‘मैंने एक भी पैसे का कर्ज नहीं लिया। कर्ज किंगफिशर एयरलाइंस ने लिया। कारोबारी विफलता की वजह से यह पैसा डूबा है। गारंटी देने का मतलब यह नहीं है कि मुझे धोखेबाज बताया जाए।’ वहीं इससे पहले एक ट्वीट कर माल्या ने कहा था, ‘मैंने मूल राशि का 100 फीसदी लौटाने की पेशकश की है। इसे स्वीकार किया जाए।’
बता दें कि देश में ईडी विजय माल्या को भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित कर उसकी संपत्तियां जब्त करने की कार्यवाही शुरू की है। हालांकि इस पर रोक लगाने मांग को लेकर विजय माल्या ने अपने वकील के जरिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। माल्या को बड़ा झटका देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने ईडी की कार्यवाही पर रोक लगाने से इनकार कर दिया। बता दें कि किंगफिशर एयरलाइंस के मालिक रहे 62 वर्षीय माल्या पर करीब 9,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी और मनी लांड्रिंग का आरोप है। इसके बाद मार्च 2016 से ही वह देश छोड़कर फरार है और ब्रिटेन में रह रहा है।
सीबीआई व ईडी की टीम ब्रिटेन रवाना :
सूत्रों ने बताया कि सोमवार को इस मामले में होने जा रही अहम सुनवाई में हिस्सा लेने के लिए सीबीआई के संयुक्त निदेशक एस साई मनोहर की अगुआई में अधिकारियों की एक टीम लंदन के लिए रवाना हो गई। मनोहर स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना की जगह लेंगे, जो अभी तक ट्रायल में हिस्सा ले रहे थे। मनोहर अस्थाना की अगुवाई वाली एसआईटी का हिस्सा थे। सूत्रों के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दो अधिकारी भी सीबीआई अधिकारियों के साथ गए हैं।
भारतीय बैंकों की पाई-पाई लौटा दूंगा: माल्या
भगौड़े शराब कारोबारी विजय माल्या ने कहा है कि वह भारतीय बैंकों को उनका सौ फीसदी पैसा लौटाने को तैयार है। भारतीय बैंकों का अरबों रुपये लेकर ब्रिटेन भागे माल्या का ये बयान क्रिश्चियन मिशेल के प्रत्यर्पण के चंद घंटे बाद ही आया है। माल्या के प्रत्यर्पण पर फैसला चार दिन बाद आने वाला है। किंगफिशर एयरलाइंस के पूर्व प्रमुख ने बुधवार को सोशल मीडिया के जरिये भारत सरकार से इस पेशकश को स्वीकार करने का निवेदन किया। वह अभी ब्रिटेन में जमानत पर बाहर है।
बताते चलें कि भारत का करीब 9000 करोड़ रुपये लेकर देश से भागे 62 वर्षीय माल्या के प्रत्यर्पण पर 10 दिसंबर को ब्रिटिश कोर्ट द्वारा फैसला सुनाया जाना है। हालांकि कारोबारी ने कहा कि प्रत्यर्पण की कार्यवाही का मामला अलग है। माल्या प्रत्यर्पण को लेकर ब्रिटेन में कानूनी लड़ाई लड़ रहा है।
कारोबारी का कहना है कि नेताओं और मीडिया ने उसे गलत तरीके से ‘डिफॉल्टर’ के रूप में पेश किया है। कारोबारी ने अपने ट्वीट में कहा, ‘मैंने देखा है कि मेरे प्रत्यर्पण के फैसले को लेकर मीडिया में कई तरह की चर्चा चल रही है। यह अलग मामला है और इसमें कानून अपना काम करेगा। मैं जनता का 100 फीसदी धन वापस करने की पेशकश कर रहा हूं। बैंक और सरकार इस प्रस्ताव को स्वीकार करें।’ माल्या मार्च 2016 में देश छोड़कर ब्रिटेन चला गया था।
2016 से बकाया राशि के निपटान की पेशकश
विजय माल्या ने बुधवार को एक के बाद एक ट्वीट कर दावा किया कि वह 2016 से ही बैंकों की बकाया राशि चुकाने की पेशकश कर रहा था। उसने कहा कि विमान ईंधन (एटीएफ) की कीमतों में वृद्धि के कारण किंगफिशर एयरलाइंस का घाटा बढ़ता गया और बैंकों का पैसा इसी में जाता रहा।