मिस यूनिवर्स 2015 का विवाद कहीं कोई सोची समझी साजिश तो नहीं…
रविवार को मिस यूनिवर्स 2015 चुन ली गई है लेकिन इससे जुड़ा एक विवाद अभी भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। हुआ यूं था कि कार्यक्रम के मेज़बान स्टीव हार्वे ने पहले मिस कोलंबिया अरियाडना गूटियारेज़ को मिस यूनिवर्स घोषित किया लेकिन कुछ देर बाद अपनी गलती सुधारते हुए उन्होंने कहा कि दरअसल प्रतियोगिता की विजेता मिस फिलीपींस हैं और मिस कोलंबिया तो पहली रनर अप हैं।
हालांकि स्टीव ने अपनी गलती पर अफसोस जताया और माफी मांगते हुए यह भी कहा कि यह पूरी तरह उनकी गलती है और इसके लिए किसी और को निशाना नहीं बनाया जाए। स्टीव ने उस कार्ड को भी दिखाया जिसमें विजेता का नाम लिखा हुआ था और कहा कि कोई यह न सोचे कि फैसले को लेकर किसी भी तरह की छेड़छाड़ की गई है।
राष्ट्रपति का ट्वीट
खैर सोशल मीडिया के ज़माने में मामले पर इतनी जल्दी मिट्टी कहां डाली जाती है। तीर कमान से निकल चुका था और कोलंबिया इस भारी चूक की वजह से बहुत आहत हो चुका था। कोलंबिया के ‘काराकॉल’ न्यूज़ नेटवर्क ने इस गड़बड़ के बारे में अपनी वेबसाइट के पहले पेज पर एक स्टोरी लिखी, जिसका शीर्षक था ‘अरियाडना गूटियारेज़ साढ़े चार मिनट के लिए मिस यूनिवर्स बनीं।’ वहीं, स्टीव ने इंटरनेट पर मांगी माफी में कोलंबिया की स्पैलिंग भी गलत लिख दी, जिससे वहां के लोगों में गुस्सा और भड़क उठा।
यहां तक की स्टीव ने जैसे ही मिस कोलंबिया को मिस यूनिवर्स घोषित किया तो राष्ट्रपति जुआन मैनुअल सैंटोस ने भी तुरंत ट्विटर पर इसका जश्न मनाते हुए एक पोस्ट में लिखा – ‘कोलंबियाई महिलाएं दुनिया की सबसे खूबसूरत महिलाएं हैं। बधाई हो मिस यूनिवर्स-2015 अरियाडना गूटियारेज़…आप हमारा गौरव हैं।’ हालांकि स्टीव के गलती सुधारने के बाद राष्ट्रपति ने एक और ट्वीट में अरियाडना को संबोधित करते हुए लिखा कि ‘आप हमेशा हमारी मिस यूनिवर्स रहेंगी।’
गिरती हुई रेटिंग
दूसरी तरफ कुछ अख़बारों में मिस यूनिवर्स से जुड़े इस विवाद को सोची समझी साज़िश भी बताया जा रहा है। गौरतलब है कि पिछले कुछ सालों से इस प्रतियोगिता को देखने के लिए लोगों का उत्साह कम होता दिख रहा है। अमेरिकी अख़बार वॉशिंगटन पोस्ट की मानें तो पिछले साल यह शो दुनिया भर में सिर्फ 70 लाख दर्शकों का ध्यान बटोर पाया था जो कि पिछले एक दशक की सबसे ज्यादा रेटिंग है।
ऐसे हाल में कुछ आलोचकों का मानना है कि यह विवाद योजनाबद्ध तरीके से तैयार किया गया भी हो सकता है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस कार्यक्रम की बात कर सकें। इसका असर सोमवार को देखने को मिला जब ट्विटर पर #missuniverse2015 सबसे ज्यादा ट्रेंड कर रहा था।
किसी बहाने तो याद किया जाए
यही नहीं एक महकमे से ऐसा भी कहा जा रहा है कि मिस यूनिवर्स जैसे कार्यक्रम को आगे भी लंबे समय तक याद किया जाए इसलिए भी यह योजना के तहत किया गया काम लग रहा है। ऐसा अक्सर देखा गया है कि कार्यक्रम को उसकी मूलभूत विषय वस्तु की वजह से कम और उससे जुड़े विवाद को लेकर ज्यादा याद रखा जाता है। खासतौर कर अवार्ड समारोह पर यह बात ज्यादा लागू होती है।
याद कीजिए कुछ सालों पहले स्क्रीन अवार्ड्स के दौरान आशुतोष गोवारिकर ने शो के होस्ट साजिद खान को मेहमानों का मज़ाक उड़ाने के लिए स्टेज पर ही फटकारा था और उन्हें ‘शट अप’ तक कह दिया था। स्क्रीन अवार्ड्स को अपने पुरस्कारों के लिए तो नहीं, लेकिन इस जो़रदार बहस के लिए काफी वक्त तक याद किया गया।