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मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जेटली का पक्ष ‘छोड़’ दें

arvind-kejriwal_650x400_81457517473एजेन्सी/  नई दिल्ली: चांदी के अलावा दूसरे आभूषणों पर उत्पाद शुल्क लगाए जाने के मुद्दे को लेकर भाजपा पर निशाना साधते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व्यापारियों का समर्थन नहीं खोना चाहते तो फिर वित्त मंत्री अरुण  जेटली का पक्ष ‘छोड़’ दें।

स्वर्ण व्यपारियों, आभूषण विक्रेताओं तथा इस क्षेत्र से जुड़े दूसरे लोग बीते 2 मार्च से हड़ताल कर रहे हैं। उनकी मांग है कि उत्पाद शुल्क को वापस लिया जाए।

जंतर-मंतर पर जमा आभूषण विक्रेताओं को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि व्यापारियों के बीच भाजपा का जनाधार खत्म हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पीएम मोदी में कोई फर्क नहीं है क्योंकि भाजपा संपग्र सरकार की नीतियों को लागू कर रही है।

केजरीवाल ने कहा, ‘‘धारणा यह थी कि भाजपा व्यापारियों की पार्टी है। फिर अब क्या हो गया? प्रधानमंत्री जी को मैं बताना चाहता हूं कि जेटली जी को वोट लेना या चुनाव नहीं लड़ना है। आपको वोट की जरूरत है इसलिए थोड़ा सावधान रहिए। अगर ज्वेलर के साथ धोखा किया गया तो व्यापारी भाजपा का साथ छोड़ देंगे।’’ आम आदमी पार्टी के संयोजक ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री और उनके ‘मेक इन इंडिया’ जैसे कार्यक्रमों पर तीखे कटाक्ष किए।

उन्होंने दावा किया कि भाजपा सांसद और यहां तक कि कई केंद्रीय मंत्री भी ज्वेलर के पक्ष में हैं तथा ‘भाजपा के सांसद इसको लेकर हैरान हैं कि जेटली ने प्रधानमंत्री को क्या समझा दिया है।’

मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा, ‘‘भाजपा एक तरफ है और प्रधानमंत्री दूसरी तरफ हैं। परंतु क्यों? प्रधानमंत्री जेटली के पूरे नियंत्रण में हैं। मैं मोदी जी से उम्र और अनुभव में काफी छोटा हूं लेकिन उनको एक छोटा सा सुझाव देना चाहता हूं। कृपया जेटली जी का पक्ष छोड़िये, वह आपका नुकसान करेंगे।’’ आप संयोजक ने गुजरात का मुख्यमंत्री रहते मोदी की ओर से किए गए कई ट्वीट का उल्लेख किया जिसमें उन्होंने तत्कालीन संप्रग सरकार की ओर से आभूषणों पर लगाए गए उत्पाद शुल्क के कदम का विरोध किया था।

केजरीवाल ने सवाल किया, ‘‘क्या बदल गया? लोगों ने सोचा कि प्रधानमंत्री उनके साथ हैं, लेकिन आपने तो इन लोगों के साथ धोखा किया। कांग्रेस ने उत्पाद शुल्क का इस्तेमाल किया और लोग यह सोचकर आपको लाए कि आप वैसा नहीं करेंगे। परंतु अब आपने उसी काम को दोहरा दिया। आपके और सोनिया गांधी में क्या फर्क है?

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