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मुख्यमंत्री ने आयुष्मान भारत योजना तथा सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के निर्माण की प्रगति के सम्बन्ध में समीक्षा की

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना तथा मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत विशेष अभियान चलाकर सभी पात्रों को गोल्डन कार्ड तेजी से वितरित किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सभी गांवों और छूटे हुए लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड से आच्छादित किया जाए। समय-सीमा और लक्ष्य निर्धारित कर गोल्डन कार्ड उपलब्ध कराए जाएं। उन्होंने पंजीकृत श्रमिकों और उनके परिवारों को गोल्डन कार्ड वितरित किए जाने निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर आयुष्मान भारत योजना तथा सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के निर्माण की प्रगति के सम्बन्ध में समीक्षा की। उन्होंने कहा कि वनटांगिया, मुसहर, थारू, कोल, सहरिया बाहुल्य राजस्व ग्रामों में भी जागरूकता अभियान चलाकर गोल्डन कार्ड उपलब्ध कराए जाएं। उन्होंने गोल्डन कार्ड बनाए जाने के विशेष अभियान से आशा बहुओं, ए0एन0एम0 एवं आरोग्य मित्रों को जोड़ने की बात कही। उन्होंने योजना के प्रचार-प्रसार एवं गोल्डन कार्ड बनाए जाने हेतु मोबाइल मेडिकल यूनिट तथा नवनिर्वाचित प्रधानों का सहयोग लिए जाने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत सभी अन्त्योदय कार्डधारकों को गोल्डन कार्ड उपलब्ध कराए जाने की कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किडनी ट्रांसप्लाण्ट, काॅर्नियल ट्रांसप्लाण्ट एवं म्यूकर माइकोसिस (ब्लैक फंगस) के उपचार के पैकेज को योजना में सम्मिलित किए जाने पर विचार किया जाए। आयुष्मान भारत योजना के तहत कार्डविहीन ग्रामों और परिवारों को चिन्ह्ति करते हुए उनके गोल्डन कार्ड बनाए जाएं। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत उपचार व चिकित्सा के सम्बन्ध में भौतिक सत्यापन भी किया जाए, जिससे किसी गड़बड़ी की आशंका न रहे। आयुष्मान भारत योजना के तहत समयबद्ध भुगतान सुनिश्चित किया जाए।

मुख्यमंत्री ने सभी सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के निर्माण कार्य को तेजी से पूर्ण किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निर्माणाधीन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों को दिसम्बर, 2021 तक पूर्ण किया जाए। इसी प्रकार, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को निर्धारित समय-सीमा के अन्दर पूर्ण किया जाए। निर्माण कार्यों को मानक के अनुसार गुणवत्तापरक ढंग से पूरा कराया जाए। उन्होंने इस सम्बन्ध में मंत्रिगणों एवं उच्चाधिकारियों को मौके पर जाकर निर्माण कार्यों की प्रगति से अवगत होने की बात कही। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यों का भौतिक सत्यापन एवं थर्ड पार्टी ऑडिट कराया जाए। उन्होंने इस सम्बन्ध में किसी भी प्रकार की शिथिलता या विलम्ब पाए जाने पर जवाबदेही तय किए जाने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला अस्पतालों तथा सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में पर्याप्त मानव संसाधन उपलब्ध रहें। चिकित्सालयों तथा स्वास्थ्य केन्द्रों का सुदृढ़ीकरण करते हुए वहां साफ-सफाई रखी जाए। मानव संसाधन के प्रशिक्षण की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं।

मुख्यमंत्री को अधिकारियों ने अवगत कराया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डन कार्ड विहीन ग्रामों को चिन्ह्ति कर आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं। 10 से 31 मार्च, 2021 तक लगभग 18 लाख आयुष्मान कार्ड बनाए गए। योजना से बचे हुए लाभार्थियों की सूची के अनुसार कार्ड वितरण की कार्यवाही की जा रही है। नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों को योजना के प्रचार-प्रसार हेतु पत्र प्रेषित कर योजना में सहयोग का अनुरोध किया गया है। गोल्डन कार्डधारकों को सुविधाएं एवं लाभ प्राप्त करने के विषय में एस0एम0एस0 के माध्यम से प्रेरित किया जा रहा है।

अधिकारियों ने बताया कि निजी मेडिकल काॅलेजों में कोविड से ग्रसित लाभार्थियों का निःशुल्क इलाज उपलब्ध कराने वाले मेडिकल काॅलेजों को आयुष्मान भारत की दरों पर भुगतान किया गया है। जून, 2021 तक कुल 29,827 उपचारित लाभार्थियों के सापेक्ष 56.42 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है।
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग, मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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