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मुख्यमंत्री ने एमएसएमई इकाइयों को 2 हजार 505 करोड़ रुपये का ऋण किया वितरित

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम इकाइयों के लिए 2500 करोड़ रुपये से अधिक का ऋण वितरित किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश की 31 हजार से अधिक यूनिट को आज 2 हजार 500 करोड़ रुपये से अधिक के ऋण वितरण कार्यक्रम से जोड़ा गया है। हमारा प्रयास होना चाहिए कि 75 जनपद हैं तो कम से कम 75 लोन मेले अगले एक महीने में प्रदेश में आयोजित हों। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में प्रत्येक नागरिक की जान को बचाने का भरसक प्रयास किया गया।

इसके बावजूद बहुत से परिवारों और लोगों ने अपने प्रियजनों को खाया है, जो कि हम सबके लिए एक दुखद स्थिति थी। कोरोना की दूसरी लहर में हमने देखा है कि व्यापारी संगठनों ने स्वयं आगे आकर बंदी की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया। हमें लॉकडाउन लगाने की आवश्यकता नहीं पड़ी। हमने प्रदेश में सामान्य कोरोना कर्फ्यू लगाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में जीवन के साथ लोगों की जीविका बचाना हमारी प्राथमिक प्रतिबद्धता है। सीएम योगी ने कहा कि सामान्य कोरोना कर्फ्यू में सामान्य उद्योगों से लेकर सुक्षम उद्योगों तक किसी को बंद करने की जरूरत नहीं पड़ी। एक महीने के कोरोना कर्फ्यू के दौरान भी प्रदेश में उद्योग, कृषि कार्य समेत इमरजेंसी से जुड़ी तमाम सेवाओं का संचालन होता रहा।

प्रदेश सरकार की कार्ययोजना का परिणाम है कि आज हम कोरोना की दूसरी लहर पर प्रभावी नियंत्रण पाने में सफल हुए हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के बारे में बहुत सी बातें बोली जाती थीं। दुनिया के विशेषज्ञ कहते थे कि प्रदेश में डेढ़ लाख कोरोना केस रोजाना आएंगे, जबकि हमने इसे 38 हजार पर रोक दिया। यह भी कहा गया था कि मई के अंत तक कोरोना एक्टिव मरीजों की संख्या 30 से 50 लाख तक पहुंच सकती है, लेकिन हमने इसे भी तीन लाख दस हजार तक सीमित रखा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के खिलाफ मैं स्वयं, मंत्रीगण और अधिकारीगण फील्ड में रहे, दौरे किए। वर्तमान की स्थिति यह है कि आज प्रदेश भर से कोरोना के महज 208 नए केस सामने आए हैं, जबकि एक्टिव मरीजों की संख्या 3600 है। लेकिन हमें अभी भी सावधानी रखनी है। जब तक कोरोना पूरी तरह खत्म नहीं हो जाता, तब तक हम टेस्टिंग से भी नहीं भागेंगे और लोगों को भी वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित करते रहेंगे। वैक्सीनेशन रक्षा कवच है।

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