उत्तर प्रदेश
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में विवाहिताओं को दीं लोहे की पायल और बिछिया
उत्तर प्रदेश के औरैया जिले मेंमुख्यमंत्री सामूहिक विवाह +योजना के तहत आयोजित विवाह समारोह में बहुओं को उपहार में चांदी की जगह लोहे की पायल और बिछिया दिए जाने का मामला सामने आया है। इन विवाहिताओं ने मंगलवार को ठगे जाने के मामले की शिकायत जिलाधिकारी श्रीकान्त मिश्रा से की।
जिलाधिकारी ने 18 फरवरी को हुए विवाह समारोह में दिए गए आभूषणों के मामले में जांच कमिटी गठित कर दी है। जांच कमिटी का अध्यक्ष समाज कल्याण अधिकारी विनीत तिवारी को बनाया गया है। जिलाधिकारी ने आपूर्ति करने वाली फर्म का भुगतान भी रोक दिया है।
इन्होंने की शिकायत
रचना कुमारी, सरबीन, पिंकी, सत्यवती, यासमीन बानो, नीरज व कुसुमलता ने घोटाले को लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया। महिलाओं ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि उन्हें योजना के नाम पर ठगा गया है। वे इससे बेहद आहत हैं।
इन्होंने की शिकायत
रचना कुमारी, सरबीन, पिंकी, सत्यवती, यासमीन बानो, नीरज व कुसुमलता ने घोटाले को लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया। महिलाओं ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि उन्हें योजना के नाम पर ठगा गया है। वे इससे बेहद आहत हैं।
इन्हें मिलता है योजना का लाभ
सीएम सामूहिक विवाह योजना के अन्तर्गत राज्यभर में सामूहिक विवाह समारोहों का आयोजन कर गरीब, विधवा और परित्यक्त महिलाओं का पुनर्विवाह कराया जा रहा है। इसमें उन्हें आवश्यक सामान व बर्तन आदिराज्य सरकार + की ओर से भेंट किया जाता है। विवाहित जोड़े को 20 हजार रुपये का चेक सरकार की ओर से
दिया जाता है।
इसके अलावा 10 हजार रुपये का सामान गिफ्ट के रूप में बेटी को भेंट किया जाता है। पांच हजार रुपये प्रति दंपती विवाह समारोह के आयोजन में खर्च किया जाता है। इसमें भव्य समारोह के साथ ही विवाहोत्सव भोज का आयोजन समारोह स्थल पर ही किया जाता है। इसकी सीमा भी तय है। उसी आधार पर बेटी व दूल्हा पक्ष + के लोग विवाह समारोह में आमंत्रित किए जाते हैं।
इसके अलावा 10 हजार रुपये का सामान गिफ्ट के रूप में बेटी को भेंट किया जाता है। पांच हजार रुपये प्रति दंपती विवाह समारोह के आयोजन में खर्च किया जाता है। इसमें भव्य समारोह के साथ ही विवाहोत्सव भोज का आयोजन समारोह स्थल पर ही किया जाता है। इसकी सीमा भी तय है। उसी आधार पर बेटी व दूल्हा पक्ष + के लोग विवाह समारोह में आमंत्रित किए जाते हैं।