मुन्ना बजरंगी के शव के पास नाचा था सुनील राठी, नहाकर बदले कई कपड़े
उत्तर प्रदेश के बागपत जेल में कुख्यात माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद साजिशों के परत एक के बाद एक खुलते जा रहे हैं. यूपी STF के सूत्रों की जानकारी चौंकाने वाली है. एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक, मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद सुनील राठी जेल के भीतर ही शव के पास नाचा था.
सूत्रों ने बताया कि मुन्ना बजरंगी की हत्या करने के बाद सुनील राठी इतना खुश था कि उसने मुन्ना की मौत के बाद भी कई गोलियां चलाई थीं. पुलिस तफ्तीश में भी इस फायरिंग की बात सामने आ रही है.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मुन्ना बजरंगी के शरीर से 7 गोलियां निकली हैं, जबकि मौका ए वारदात से पुलिस ने गोलियों के 10 खोखे बरामद किए थे. एसटीएफ के मुताबिक, सुनील राठी जब इस बात को लेकर पक्का हो गया कि मुन्ना बजरंगी की सांसें उखड़ चुकी हैं तो उसने खुशी में तीन फायर और किए.
हत्या के बाद नहाया, कई बार बदले कपड़े
बताया यह जा रहा है कि सुनील राठी मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद हाई सिक्योरिटी जोन में बने जेल के सेल में पहले नहाया और दिन भर में कई बार उसने कपड़े भी बदले. पुलिस को तफ्तीश में कई और चीजें चौंकाने वाली मिली हैं. हत्या के बाद सुनील राठी ने पिस्टल को जेल के गटर में डाल दिया था. जब उस गटर की सफाई हुई तो गटर के अंदर से दर्जनों शराब की बोतलें मिली हैं.
सुनियोजित था मुन्ना बजरंगी का मर्डर
पुलिस तफ्तीश में यह भी सामने आया है कि हत्या के पहली रात मुन्ना बजरंगी और सुनील राठी एक दूसरे से गले मिले थे और दूसरे कैदी सुनहेड़ा के साथ बैठकर तीनों ने शराब भी पी थी. बताया जा रहा है कि वारदात के दिन सुबह करीब 6:15 बजे हमेशा की तरह हाई सिक्योरिटी बैरक का गेट खुला.
उसी वक्त सुनील और उसके कुछ सहयोगी दूसरे बैरक से वहां पहुंचे थे. इसके बाद उन लोगों ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया. इस बात की जांच चल रही है कि हत्या के तुरंत बाद वहां तस्वीरें किसने खींची और कैसे वायरल हुई.
जेल के अंदर पहले से मौजूद थी पिस्टल
ADG जेल चंद्र प्रकाश के मुताबिक, हत्या के लिए इस्तेमाल किया गया पिस्टल बिहार के मुंगेर का बनी हुई है. यह देसी पिस्टल है, लेकिन काफी हाईटेक है. हाई सिक्योरिटी जोन के भीतर किसी भी तरह का हथियार नहीं ले जाया जा सकता, लेकिन इस मामले में जेल में हथियार कैसे पहुंचा इसकी जांच हो रही है.
सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर सुनील राठी तक वह पिस्टल कैसे पहुंची? पिस्टल पहुंचाने के लिए जिम्मेदार एक गैंग पर पुलिस की नजर है. शुरुआती जांच में ऐसा लगता है कि हत्या में इस्तेमाल किया गया पिस्टल पहले से ही जेल में मौजूद थी. इसकी संभावना काफी कम है कि रात में पिस्टल लाई गई हो.