मुरादाबाद: जमातियों के सर्वे में लगे डॉक्टर की संक्रमण से मौत, अब तक 18 लोगों की मौत
लखनऊ: चीन से निकले कोरोना वायरस ने बड़ी महामारी का रूप धारण कर लिया है। भारत के साथ ही उत्तर प्रदेश में इसका रूप व्यापक होता जा रहा है। मुरादाबाद में तब्लीगी जमात के लोगों के सर्वे में लगे एक डॉक्टर की सोमवार को मौत हो गई।
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस पॉजिटिव से किसी डॉक्टर की मौत का यह पहला मामला है। प्रदेश में इसके कहर से अब तक 18 लोगों की मौत गई है। मुरादाबाद में जमातियों के सर्वे में लगे एक डॉकटर ने उनके संक्रमित होने के कारण आज दम तोड़ दिया। उनकी रिपोर्ट दस अप्रैल को पॉजिटिव आई थी। अब मुरादाबाद में मृतकों की संख्या तीन हो गई है।
मुरादाबाद में तब्लीगी जमातियों के सर्वे में शामिल रहे डॉ. निजामुद्दीन की उपचार के दौरान मौत हो गई। वह बीते दिनों प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ताजपुर में तैनात थे। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण उनको टीएमयू में भर्ती कराया गया था। दस अप्रैल को रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद हालत बिगड़ती चली गई। 11 को आइसीयू में हालत बिगड़ी तो वेंटिलेटर पर रख दिया गया। रविवार देर रात हार्ट अटैक की वजह से उनकी हालत बिगड़ गई। सोमवार को कोशिश के बाद भी उनको नहीं बचाया जा सका।
मुरादाबाद के असालपुरा में रहने वाले डॉ. निमामुद्दीन बतौर यूनानी चिकित्सक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ताजपुर माफी पर तैनात थे। विभाग में उनकी भर्ती 2012 से हुई थी। वर्तमान में स्वास्थ्य विभाग की आयुष विंग में तैनाती थी। 10 अप्रैल को जमातियों के सर्वे करके लौटे तो सीने में संक्रमण की शिकायत होने पर चिकित्सकों को बताया। तत्काल ही उनकी प्रारंभिक जांच एवं एक्सरे करवाया गया। रिपोर्ट में एक ही फेफड़ा दिखाई दिया, दूसरे में पानी की आशंका के चलते बेहतर उपचार के लिए टीएमयू भेज दिया था। 11 को आइसीयू में भर्ती कराया, रात को हालत खराब हुई तो वेंटीलेटर पर रखा गया, तब नमूना जांच के लिए भेजा था। 14 अप्रैल को रिपोर्ट आ गई और कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। इसके बाद परिवार के नौ लोगों को क्वारंटइन कर दिया गया।
टीएमयू कोविड-19 प्रभारी डॉ. वीके सिंह ने बताया कि पिछले पांच दिन से उनकी हालत स्थिर बनी हुई थी। कोई बदलाव नही था। रात में कार्डियेक अटैक पडऩे की वजह से डॉ. निमामुद्दीन (36) की मौत हो गई। मूल रूप से असालतपुरा के रहने वाले चिकित्सक के भाई, उसका बेटा और पत्नी, दूसरा भाई उसके दो बच्चे और पत्नी, एक छोटा भाई और सबसे बड़े भाई का बेटा क्वारंटाइन किया गया है। सभी नौ लोगों के नमूने जांच के लिए भेजे हैं। पत्नी अफ्सा परवीन लॉकडाउन से पहले अपने मायके चांदपुर गई हैं। उनके अभी कोई बच्चा नहीं हैं। सीएमओ डॉ. एमसी गर्ग ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हो गई है। चिकित्सक की पहली मौत है। सर्वे टीम में शामिल चिकित्सक के संग चार लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है। मुरादाबाद में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 56 हो चुका है।
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण पॉजिटिव होने के कारण अब तक 18 लोगों की मौत हो गई है। इनमें सर्वाधिक छह आगरा के हैं। उत्तर प्रदेश में सबसे पहले बस्ती के एक युवक की 30 मार्च को लॉकडाउन के दौरान मौत हुई थी, उसके बाद से सिलसिला जारी है। आगरा के बाद मेरठ व मुरादाबाद के तीन-तीन और कानपुर, लखनऊ, बस्ती, बुलंदशहर, वाराणसी तथा फिरोजाबाद के एक-एक कोरोना वायरस पॉजिटिव ने दम तोड़ा है।
इससे पहले रविवार को सुहागनगरी के नाम से विख्यात प्रदेश के फिरोजाबाद में भी आगरा से निकला कोरोना वायरण का संक्रमण कहर बरपा रहा है। फिरोजाबाद में रविवार को कोरोना वायरस पॉजिटिव की मौत हो गई। वह तब्लीगी जमातियों के लगातार सम्पर्क में था। फीरोजाबाद में रविवार को कोरोना वायरस पॉजिटिव एक शख्स की मृत्यु हो गई। तब्लीगी जमाती के संपर्क वाला यह युवक मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भर्ती था। फिरोजाबाद में अब तक 40 पॉजिटिव मिले हैं। इससे पहले शनिवार को कोरोना वायरस पॉजिटिव एक शख्स ने आगरा तथा एक ने मेरठ में दम तोड़ा था। मेरठ के मेडिकल कालेज के कोरोना वार्ड में शुक्रवार को भर्ती राजनगर निवासी 52 वर्ष के कोरोना वायरस पॉजिटिव ने शनिवार देर रात अंतिम सांस ली। जनपद में कोरोना से यह तीसरी मौत है। मेरठ में पिछले तीन दिनों में यह दूसरी मौत है। सीएमओ डा. राजकुमार ने कहा कि कोविड वार्ड में शुक्रवार देर रात दम तोडऩे वाले राजनगर निवासी 52 वर्षीय संदिग्ध का सैंपल शुक्रवार को पॉजिटिव आया।