लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। पिछले दिनों कुनबे में आंतरिक कलह मचा हुआ था। जिसे सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह ने पूरी तरह दबा दिया था, लेकिन एसपी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव द्वारा सोमवार को 21 प्रत्याशियों को टिकट दिए जाने की घोषणा के साथ ही यह फिर खुलकर सामने आ गया है।
45 मिनट तक चली बैठक
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने टिकट बंटवारे की जानकारी होने से इनकार कर दिया है। मतभेद की खबरों के बाद समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ सदस्यों के बीच लखनऊ में करीब 45 मिनट तक बैठक चली।
इस बैठक में पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव के साथ सभी दिग्गज मौजूद थे। बैठक समाप्त होने के बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी इनके साथ बैठे। मुलायम के आवास पर सोमवार को हुई बैठक में प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के साथ पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रो़फेसर रामगोपाल यादव मौजूद थे।
टिकट बंटवारे पर सभी संतुष्ट
बैठक के बाद बाहर निकले पार्टी के नेता व राष्ट्रीय महासचिव प्रो। राम गोपाल यादव ने कहा, “पार्टी में टिकट बंटवारे को लेकर किसी भी प्रकार का कोई भी मतभेद नहीं है। मेरे तथा अखिलेश और शिवपाल के बीच में कोई मतभेद नहीं है। सभी लोग अभी तक टिकट बंटवारे पर संतुष्ट हैं।”
राम गोपाल ने इस अवसर पर मीडिया को नसीहत देते हुए कहा कि वह विवाद को बेवजह न दिखाए। इसके बाद रामगोपाल चार्टर्ड प्लेन से वाराणसी रवाना हो गए। उनके साथ कैबिनेट मंत्री नारद राय व विनोद कुमार सिंह उर्फ पंडित सिंह भी गए। इससे पहले राम गोपाल यादव ने वीवीआइपी गेस्ट हाउस में बंद कमरे में राज्यसभा सांसद नरेश अग्रवाल, मंत्री नारद राय, पंडित सिंह व अंबिका चौधरी के साथ बैठक की थी।
शिवपाल के टिकट बंटवारे के ऐलान के बाद ही एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यह कहकर मतभेद की अटकलों को हवा दे दी कि उन्हें टिकट बंटवारे की कोई जानकारी नहीं है और न ही उनके पास कोई मेल आया है।
21 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा
उत्तर प्रदेश में शिवपाल सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी (एसपी) का प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार एक साथ कई प्रत्याशियों के टिकट बदल दिए और कई विधानसभा क्षेत्रों में प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की।
एसपी के प्रदेश अध्यक्ष और विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी प्रभारी शिवपाल सिंह यादव ने सोमवार को पार्टी के 21 विधानसभा क्षेत्रों के प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की। इनमें से सात नए प्रत्याशी हैं जबकि 14 विधानसभा क्षेत्र में प्रत्याशी बदले गए हैं।
कवयित्री मधुमिता शुक्ला की हत्या के मामले में आजीवन कारावास भुगत रहे पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी के बेटे अमनमणि त्रिपाठी को एसपी ने महाराजगंज की नौतनवां सीट से समाजवादी पार्टी प्रत्याशी बनाया है।
पार्टी ने एनआरएचएम घोटाले में फंसे मुकेश श्रीवास्तव को बहराइच के पयागपुर से टिकट दिया है। जयशंकर सिंह को बहराइच के नानपारा, संजय यादव को सोनभद्र के ओबरा, बुलंदशहर के डिबाई से हरीश लोधी, हरदोई के गोपामऊ (सुरक्षित) से राजेश्वरी, हरदोई के सांडी से ऊषा वर्मा, सहारनपुर के नकुड़ से मोहम्मद इरशाद और अंबेडकरनगर के जलालपुर से सुभाष राय को प्रत्याशी बनाया है।
एसपी ने सरधना से उम्मीदवार अतुल प्रधान की जगह अब मैनपाल सिंह उर्फ पिंटू राणा को प्रत्याशी बनाया है। सहारनपुर के रामपुर मनिहार (सुरक्षित) से विमला राकेश की जगह जसवीर वाल्मीकि, शामली के थाना भवन से किशनपाल कश्यप की जगह शेर सिंह राणा को टिकट दिया गया है।
मुजफ्फरनगर के मीरापुर से मोहम्मद इलियास की जगह अब शाहनवाज राणा तथा मेरठ कैंट से सरदार परविंदर सिंह की जगह आरती अग्रवाल अब नई प्रत्याशी होंगी। मेरठ शहर से रफीक अंसारी के स्थान पर अब अय्यूब अंसारी तथा बिजनौर के नजीराबाद से अबरार आलम अंसारी की जगह तस्लीम अहमद को प्रत्याशी बनाया गया है।
बुलंदशहर के खुर्जा (सुरक्षित) से सुनीता चौहान का टिकट काट दिया गया है। उनकी जगह रविंद्र वाल्मीकि प्रत्याशी होंगे जबकि हाथरस से राम नारायण काके की जगह मूलचंद जाटव अब एसपी से चुनाव लड़ेंगे।
आगरा के फतेहपुर सीकरी से राजकुमार चाहर की जगह श्रीनिवास शर्मा तथा आगरा के ही खैरागढ़ से विनोद कुमार सिकरवार की जगह रानी पक्षालिका सिंह को प्रत्याशी बनाया गया है। वह पूर्व मंत्री महेंद्र अरिदमन सिंह की पत्नी हैं। रायबरेली की जगदीशपुर सीट से विजय कुमार पासी की जगह अजीत प्रसाद को टिकट दिया गया है। अजीत प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री अवधेश प्रसाद के पुत्र हैं।