मुलायम के फैसले से नाराज़ समाजवादी लोहिया वाहिनी के पदाधिकारियों का इस्तीफा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद से ही युवा संगठनों में इस्तीफों का दौर जारी है।
इसके चलते बदायूं जिले के समाजवादी लोहिया वाहिनी के जिलाध्यक्ष चौधरी नरोत्तम सिंह यादव ने पूरी कमेटी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव को गुरुवार देर रात भेजा।
इस्तीफे को लेकर उन्होंने बताया कि पार्टी के युवा कार्यकर्ताओं की अखिलेश यादव में आस्था है और उनसे प्रदेश अध्यक्ष का पद छीनने से युवाओं को सदमा पहुंचा है।
उन्होंने कहा, “वर्ष 2012 में युवाओं ने अपने खून पसीने से सींचकर पार्टी को जीत की दहलीज तक पहुंचाया था। अब युवाओं का अपमान किया गया है।”
युवा ब्रिगेड के जिलाध्यक्ष स्वाले चौधरी ने भी इस्तीफा भेजा है। समाजवादी छात्र सभा के प्रदेश अध्यक्ष को पार्टी से निष्कासित किए जाने के बाद जिला उपाध्यक्ष रनसिंह यादव ने भी गुरुवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
वहीं, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं से नेताजी (मुलायम सिंह यादव) के फैसले का सम्मान करने की अपील की है।
उन्होंने कहा कि नेताजी का फैसला ही अंतिम है और सभी लोगों को इसको मानना होगा। अखिलेश ने युवा कार्यकर्ताओं से अपील की थी कि वे इस्तीफा देने की बजाय जनता के बीच जाकर सरकार की उपलब्धियां बताएं, ताकि राज्य में फिर सपा की सरकार बन सके।
शिवपाल ने गुरुवार को इटावा में कहा था कि जो लोग इस्तीफा दे रहे हैं, वे ऐसे लोग हैं जिनसे पार्टी का भला होने वाला नहीं है।
उन्होंने साफ तौर पर कहा था कि यदि कोई भी पार्टी नेता व कार्यकर्ता गलत काम में लिप्त पाया जाएगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी, चाहे वह कितना भी बड़ा नेता क्यों न हो।