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मुलायम सिंह ने कहा ‘पीएम बनते-बनते रह गया, दोबारा जल्दी मौका नहीं मिलता है’
सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव की प्रधानमंत्री न बन पाने की पीड़ा सोमवार को एक बार फिर जुबां पर आ गई। हालांकि उन्होंने कहा, अच्छा हुआ जो उस समय प्रधानमंत्री नहीं बने। पीएम बन जाते तो फिर क्या करते? बस एसपीजी आगे-पीछे घूमती रहती। दोबारा पीएम बनने का इतनी जल्दी नंबर नहीं आता।
मुलायम यहां गोमती नगर विस्तार स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल में टीचर्स ट्रेनिंग प्रोग्राम में हिस्सा लेने वाले शिक्षकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शिक्षक केवल किताबों तक सीमित न रहें, वे छात्रों को हर तरह की शिक्षा दें। डॉ. राधाकृष्णन शिक्षक थे, वे देश के राष्ट्रपति बने।
मैं भी शिक्षक था, प्रदेश का मुख्यमंत्री रहा, रक्षामंत्री रहा और प्रधानमंत्री बनते-बनते रह गया। मुझे 102 डिग्री बुखार था। केंद्र में संयुक्त मोर्चा सरकार के दौरान मार्क्सवादी नेता हरकिशन सिंह सुरजीत मेरे पास आए। कहा कि मेरा नाम प्रधानमंत्री के लिए तय करके आए हैं। इस बीच कुछ लोगों ने ऐतराज कर दिया और मैं पीएम बनते-बनते रह गया।
मुलायम ने कहा, हमें देश के बारे में सोचना होगा। मैं रक्षामंत्री था तो फौज को बहुत मजबूत किया। हमने रूस से ए-30 लड़ाकू विमान खरीदे।
एक नेता ने मुझसे कहा, लड़ाकू विमानों का सौदा मत करो। इसमें पीएम ने कमीशन लिया है। हमने कहा, कमीशन की जांच करा लेंगे लेकिन देश की सुरक्षा से समझौता नहीं करेंगे।
एक नेता ने मुझसे कहा, लड़ाकू विमानों का सौदा मत करो। इसमें पीएम ने कमीशन लिया है। हमने कहा, कमीशन की जांच करा लेंगे लेकिन देश की सुरक्षा से समझौता नहीं करेंगे।
हथियारों से मजबूत होता है देश
मुलायम ने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री आईके गुजराल ने हमसे एक बार कहा कि हथियारों से देश मजबूत नहीं होता है। हमने कहा, आप गांव में नहीं रहे हैं। जिसके पास चार-पांच हथियार हों, उससे कोई छेड़छाड़ नहीं करता। अमेरिका हथियारों के बल पर मजबूत हुआ है।
हम रक्षामंत्री थे तो चीन ने एक इंच जमीन में घुसपैठ नहीं की। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब चीन के राष्ट्रपति से हाथ मिला रहे थे तो चीनी सैनिक भारतीय सीमा में घुस रहे थे।
मुलायम ने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री आईके गुजराल ने हमसे एक बार कहा कि हथियारों से देश मजबूत नहीं होता है। हमने कहा, आप गांव में नहीं रहे हैं। जिसके पास चार-पांच हथियार हों, उससे कोई छेड़छाड़ नहीं करता। अमेरिका हथियारों के बल पर मजबूत हुआ है।
हम रक्षामंत्री थे तो चीन ने एक इंच जमीन में घुसपैठ नहीं की। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब चीन के राष्ट्रपति से हाथ मिला रहे थे तो चीनी सैनिक भारतीय सीमा में घुस रहे थे।
मुलायम ने कहा कि चीन धोखेबाज है। नेहरू ने चीन पर बहुत विश्वास किया था। चाऊ एन लाई का भारत में जबरदस्त स्वागत हुआ। इसके बाद 1962 में चीन ने भारत पर हमला कर दिया। उसने हमारी एक लाख वर्ग किलोमीटर जमीन हथिया ली।
नेहरू को कोई बीमारी नहीं थी, वह चीन के हमले के सदमे में चल बसे। लाल बहादुर शास्त्री की मौत भी पाकिस्तान से युद्ध के बाद समझौते को लेकर पड़े आंतरिक दबाव और विरोध के डर से सदमे से हुई थी। पाकिस्तान को हराने के बावजूद हमने कश्मीर को अपने कब्जे में नहीं लिया।
नेहरू को कोई बीमारी नहीं थी, वह चीन के हमले के सदमे में चल बसे। लाल बहादुर शास्त्री की मौत भी पाकिस्तान से युद्ध के बाद समझौते को लेकर पड़े आंतरिक दबाव और विरोध के डर से सदमे से हुई थी। पाकिस्तान को हराने के बावजूद हमने कश्मीर को अपने कब्जे में नहीं लिया।
मुलायम ने महिलाओं को हर क्षेत्र में अवसर देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि महिलाएं, युवतियां उचित-अनुचित का विचार कर लें। इसके बाद यह न सोचें कि कौन क्या कह रहा है?
सपा हर स्तर पर महिलाओं को आगे बढ़ाती है। हमने तीन महिलाओं को एमएलसी बनाया। फूलन देवी को माफ किया, दो बार सांसद बनाया।
जगदीश गांधी ने किया प्रतीक को प्रोत्साहित
सपा मुखिया ने शिक्षा के क्षेत्र में सीएमएस के संस्थापक जगदीश गांधी के योगदान की प्रशंसा की। अपने छोटे बेटे प्रतीक की तरफ इशारा करते हुए कहा कि जब यह छोटा था तो पढ़ता नहीं था।
मैंने जगदीश गांधी को बुलाया। उन्होंने उसे पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित किया। इसके बाद प्रतीक ने अच्छी पढ़ाई की, नंबर भी अच्छे आए। इंग्लैंड पढ़ने गया तो वहां भी छाप छोड़कर आया।
सपा हर स्तर पर महिलाओं को आगे बढ़ाती है। हमने तीन महिलाओं को एमएलसी बनाया। फूलन देवी को माफ किया, दो बार सांसद बनाया।
जगदीश गांधी ने किया प्रतीक को प्रोत्साहित
सपा मुखिया ने शिक्षा के क्षेत्र में सीएमएस के संस्थापक जगदीश गांधी के योगदान की प्रशंसा की। अपने छोटे बेटे प्रतीक की तरफ इशारा करते हुए कहा कि जब यह छोटा था तो पढ़ता नहीं था।
मैंने जगदीश गांधी को बुलाया। उन्होंने उसे पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित किया। इसके बाद प्रतीक ने अच्छी पढ़ाई की, नंबर भी अच्छे आए। इंग्लैंड पढ़ने गया तो वहां भी छाप छोड़कर आया।