मुलायम से मिले पार्टी से निकाले गए नेता, जल्द हो सकती है वापसी!
लखनऊ: समाजवादी पार्टी से 6 साल के लिए निकाले गए राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव की गुरुवार को पार्टी में वापसी हो गई. एसपी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने ना केवल उनका निष्कासन रद्द कर दिया बल्कि उनके तमाम पद उन्हें वापस भी कर दिए. जिसके बाद एसपी से निकाले गए नेताओं की पार्टी में वापसी की उम्मीदें बढ़ गई हैं. खबरों के मुताबिक एसपी से निकाले गए 6 नेताओं ने आज समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की. जिसके बाद से ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि इन नेताओं की जल्द पार्टी में वापसी हो सकती है. आपको बता दें कि ये सभी नेता सीएम अखिलेश यादव के करीबी माने जाते हैं औऱ मुलायम कुनबे में मचे घमासान के बीच इन सभी 6 नेताओं को अनुशासनहीनता के चलते पार्टी से निकाल दिया गया था.
शिवपाल यादव को लगने वाला है एक और झटका!
उत्तर प्रदेश की सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता रामगोपाल यादव की वापसी से एसपी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव को तगड़ा झटका लगा है. शिवपाल ने जिस रामगोपाल यादव पर कई गंभीर आरोप लगाकर पार्टी से बाहर कराने में कामयाबी हासिल की थी, वह अब नेताजी (मुलायम) के आशीर्वाद से एसपी में वापसी करने में सफल हो गए. शिवपाल को एक झटका और लगने वाला है, क्योंकि नेताजी जल्द ही सभी बर्खास्त विधान परिषद सदस्यों और युवा नेताओं की वापसी की घोषणा भी कर सकते हैं. उत्तर प्रदेश में एसपी से जुड़े एक विधान परिषद सदस्य ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि जिन विधान परिषद सदस्यों पर अनुशासनहीनता का आरोप लगाकर पार्टी से छह साल के लिए बाहर किया गया है, उनकी जल्द ही वापसी होगी. उन्होंने कहा, “नेताजी को इस बात का अहसास हो चुका है कि पिछले दिनों एसपी के भीतर जो कुछ भी चला उससे पार्टी की काफी फजीहत हुई है और आम लोगों के बीच काफी खराब संदेश गया है. इससे चुनाव की तैयारियां भी प्रभावित हो रही हैं.” शिवपाल के दौरे के समय अखिलेश के करीबी एमएलसी सुनील सिंह यादव ‘साजन’ भी दिखाई दिए थे. संभावना है कि इन युवा नेताओं की जल्द पार्टी में वापसी होगी.
रामगोपाल के भतीजे अरविंद की भी जल्द एसपी में वापसी
एसपी के एमएलसी ने बताया कि एमएलसी सुनील साजन, एमएलसी आनंद भदौरिया, यूथ ब्रिगेड के अध्यक्ष मोहम्मद एबाद, समाजवादी युवजन सभा के प्रदेश अध्यक्ष ब्रजेश यादव, एमएलसी संजय लाठर और यूथ ब्रिगेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव दुबे की वापसी जल्द हो सकती है. इसके अलावा रामगोपाल यादव के भतीजे अरविंद प्रताप यादव की भी जल्द एसपी में वापसी हो सकती है. समाजवादी पार्टी के सूत्रों के मुताबिक, रामगोपाल को पार्टी में वापस लिये जाने के बाद अखिलेश यादव खेमा एक बार फिर मजबूती से उभरकर सामने आया है. शिवपाल पार्टी और सरकार के भीतर कमजोर साबित हुए हैं. उन्होंने रामगोपाल पर गंभीर आरोप लगाकर उन्हें बाहर करवाया था. अब रामगोपाल तो पार्टी के भीतर आ गए, लेकिन शिवपाल अभी भी मंत्रिमंडल से बाहर ही हैं.
संगठन में भी कमजोर साबित हुए शिवपाल
सूत्रों ने बताया कि मुलायम ने भले ही सार्वजनिक मंचों पर हमेशा शिवपाल की तारीफ की है और संगठन में उनके योगदान का जिक्र बार-बार किया है. लेकिन नेताजी के इस फैसले के बाद शिवपाल संगठन में भी कमजोर साबित हुए हैं. सूत्र यह भी बताते हैं कि यदि संगठन के भीतर शिवपाल की पकड़ ढीली हुई तो उनके चक्कर में अखिलेश का विरोध करने वाले उनके दर्जन भर समर्थक विधायक बीजेपी का दामन थाम सकते हैं, जिससे पार्टी को चुनाव से पहले बड़ा खामियाजा उठाना पड़ सकता है.