मेरठ में तनाव बरकरार, व्यापार प्रभावित
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मेरठ में सांप्रदायिक हिंसा के चार दिन बाद भी तनाव बरकरार है और लोगों में दहशत है। सांप्रदायिक तनाव ने शहर और व्यापार दोनों की गति धीमी कर दी है। कोतवाली शहर का तीरगरान इलाका जहां पर हिंसा हुई वहां लगातार बाजार बंद हैं। सदर आबूलेन लालकुर्ती गढ़ रोड नई सड़क भगत सिंह मार्केट गोलाकुआं और शारदा रोड जैसे मुख्य बाजारों में तनाव के चलते ग्राहक नहीं पहुंच रहे हैं।व्यापारियों की मानें तो चार दिन से व्यापार घटकर एक तिहाई रह गया है। दुकानें दोपहर में खुलती हैं और शाम होते ही बंद हो जाती हैं। वहीं सुरक्षा को लेकर भी व्यापारी चिंतित हैं।लालकुर्ती इलाके के कपड़ा व्यापारी संजीव गोयल ने कहा कि शहर में तनाव के चलते सुबह-शाम बाजार जल्द बंद हो रहे हैं। तनाव से व्यापार बुरी तरह प्रभावित है।आबूलेन के व्यापारी कुलदीप कहते हैं कि सांप्रदायिक हिंसा के चलते व्यापार घटकर एक तिहाई रह गया है। शहर के लोगों के साथ-साथ देहात से ग्राहक दहशत के चलते यहां आने से हिचक रहे हैं। तीरगरान में शनिवार को मस्जिद के पास प्याऊ बनाने को लेकर दो समुदायों में हुई सांप्रदायिक हिंसा में चार लोग गोली लगने से घायल हुए थे जिसमें शुभम रस्तोगी (18) की सोमवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। शुभम की मौत के बाद एक बार फिर तनाव बढ़ गया।हनुमान चौक के स्टेशनरी व्यापारी अजीत वर्मा ने प्रशासन को अराजक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करके तत्काल हालात सामान्य करने चाहिए। प्रशासन अभी तक पूरी तरह विफल साबित हुआ है।मेरठ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ओंकार सिंह ने बताया कि शहर में तेजी से हालात सामान्य हो रहे हैं। तनावग्रस्त और संवेदनशीन इलाकों में बड़ी संख्या में पुलिस के साथ केंद्रीय अर्ध सैनिक बलों की तैनाती है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी हालात की लगातार निगरानी कर रहे हैं।सिंह ने कहा कि हिंसा फैलाने के आरोप में अब तक आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अन्य उपद्रवियों की पहचान की जा रही है।