अहमदाबाद। नाबलिग लड़की के साथ बलात्कार के मामले में जेल में बंद कथावाचक आसाराम और दो महिलाओं के साथ दुराचार के आरोपी उसके बेटे नारायण साई के मामले में पहली बार बोलते हुए आसाराम की बेटी भारती ने इन आरोपों को गलत ठहराया कि उसने तथा उसकी मां ने इस काम में उनकी मदद की थी।भारती ने बातचीत करते हुए कहा कि इस मामले में उस पर तथा उसकी मां पर लगाए गए आरोप निराधार हैं। उसने कहा कि क्या कोई महिला अपने पुत्र अथवा पति की ऐसे काम में मदद कर सकती है। भारती ने कहा कि उसे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है और सच्चाई सबके सामने आएगी। गांधीनगर की एक अदालत ने कल भारती तथा उसकी मां लक्ष्मी की अग्रिम जमानत याचिका मंजूर कर ली थी। नारायण साई फिलहाल फरार है लेकिन उसने सूरत की एक अदालत में अग्रिम जमानत याचिका दायर कर रखी है।इन दोनों महिलाओं (सगी बहनों) ने आरोप लगाया कि वर्ष 2002से 2004 के दौरान जब वे आसाराम के आश्रम में काम करती थी तो आसाराम तथा उसके बेटे नारायण ने उनके साथ बलात्कार किया था। उनका आरोप है कि इस काम में आसाराम एवं नारायण साई की मदद भारती तथा उसकी मां लक्ष्मी ने की थी। सूरत की पुलिस ने नारायण साई के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर रखा है। नाबालिग लड़की के साथ दुराचार के मामले में आसाराम पहले हीजोधपुर जेल में बंद है और 14 अक्टूबर को गुजरात पुलिस ने उसे अपनी हिरासत में ले लिया।