नई दिल्ली: पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के आरोपी भगोड़े मेहुल चोकसी ने कहा है कि वह भारतीय एजेंसियों से भाग नहीं रहा है, बल्कि उसने इलाज कराने के लिए देश छोड़ा। साथ ही चोकसी ने कहा कि वह कानून का सम्मान करने वाला नागरिक है। उसने भारतीय एजेंसियों को इंटरव्यू करने का भी आमंत्रण दिया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, डोमिनिका में प्रत्यर्पण मामले का सामना कर रहे 62 साल के हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी ने डोमिनिका हाई कोर्ट में हलफनामा दायर किया है। जिसमें उसने कहा कि मैंने भारतीय अथॉरिटीज को इंटरव्यू लेने और किसी भी जांच को लेकर सवाल पूछने के लिए कहा है। साथ ही चोकसी ने कहा कि मैं भारतीय एजेंसियों से भागा नहीं हूं। अमेरिका में इलाज के लिए जब मैंने देश छोड़ा था तो मेरे खिलाफ कोई वारंट नहीं था।
चोकसी ने जनवरी 2018 में भारत को छोड़ दिया था। 13,500 करोड़ रुपए के पीएनबी घोटाले के सामने आने से पहले ही चोकसी ने देश को छोड़ दिया था और अब वह डोमिनिका की जेल में है। पिछले महीने 23 मई को चोकसी एंटीगुआ और बारमुडा से गायब हो गया था। इंटरपोल के यलो नोटिस के तहत उसे डोमिनिका में गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद से ही भारत सरकार उसके प्रत्यर्पण की कोशिशों में जुटी है।
डोमिनिका के हाई कोर्ट ने चोकसी मामले की सुनवाई तीन जून को स्थगित कर दी थी। जिसके बाद भारत की ओर से उसे लेने के लिए भेजा गया विभिन्न एजेंसियों का दल निजी विमान से चार जून को वापस लौट आया था। हम आपको बता दें कि चोकसी और उसके भांजे नीरव मोदी ने पंजाब नेशनल बैंक से करीब 13,500 करोड़ रुपए की धनराशि का कथित गबन किया था। जिसके बाद से नीरव मोदी लंदन की एक जेल में बंद है और उसे भारत में प्रत्यर्पित किए जाने की कोशिश की जा रही है।