दिल्ली : भगोड़े कारोबारी विजय माल्या को शुक्रवार को ओवल क्रिकेट ग्राउंड में देखा गया था। वह यहां आखिरी टेस्ट मैच के पहले दिन खेल को देखने के लिए आया था। क्रिकेट स्टेडियम के बाहर जब उससे पूछा गया कि क्या वह भारत वापस जाएंगे तो उसने कहा, जज निर्णय लेंगे। वहीं माल्या इस समय लंदन की कोर्ट में प्रवर्तन निदेशालय “ईडी” और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो “सीबीआई” द्वारा भारत सरकार की तरफ से दायर किए गए प्रत्यर्पण मामले का सामना कर रहा है। इससे पहले 3 सितंबर को मुंबई की एक विशेष अदालत ने उसे ईडी के दायर किए हुए केस के संबंध में तीन हफ्तों में अपना जवाब दाखिल करने का समय दिया था ताकि उसपर भगोड़ा आर्थिक अपराधी का टैग लगाया जा सके। माल्या को अपना जवाब 24 सितंबर तक दाखिल करना है| जिसके बाद अदालत सुनवाई के दौरान फैसला करेगी कि उसपर टैग लगेगा या नहीं। ईडी ने मनी लॉन्डरिंग रोकथाम अधिनियम “पीएमएलए” के तहत माल्या को अपना जवाब दाखिल करने के लिए और ज्यादा समय ना देने की गुजारिश की थी। वहीं ईडी माल्या के लिए भगोड़ा आर्थिक अपराधी का टैग चाहती है। अतीत में पीएमएलए के अंतर्गत ईडी ने दो चार्जशीट दायर की हैं| जिसमें उसने सबूत भी पेश किए हैं। विजय माल्या ने अपने अब-निष्क्रिय हो चुके उद्यम किंगफिशर एयरलाइंस लिमिटेड और अन्य के लिए बहुत से बैंकों से यूपीए-1 सरकार के कार्यकाल के दौरान कर्ज लिया था| वर्तमान में ब्याज सहित उसकी बकाया राशि 9,990.07 करोड़ रुपए है। अतीत में उसने कहा था, कि वह बैंक डिफॉल्ट का “पोस्टर ब्वॉय” और लोगों के गुस्से का कारण बन गया है|माल्या ने कहा था, मुझ पर राजनेता और मीडिया 9,000 करोड़ रुपए चोरी करने और भागने का आरोप लगा रही है, जबकि यह किंगफिशर एयरलाइंस को दिया हुआ कर्ज था। उधार देने वाले बैंकों ने मुझ पर जानबूझकर भुगतान नहीं करने का टैग लगा दिया है। शराब कारोबारी ने बताया था, कि उसने भारत के प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री को 15 अप्रैल, 2016 को पत्र लिखकर अपने पक्ष की कहानी से अवगत कराया था।
सभी बॉलीवुड तथा हॉलीवुड मूवीज को सबसे पहले फुल HD Quality में देखने के लिए यहाँ क्लिक करें