नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (एनएचपीएस) के तहत दिए जाने वाले करीब 1,100 बीमारियों को स्वास्थ्य बीमा कवर दिया जा रहा है। इस योजना के 15 अगस्त को शुरू होने की उम्मीद है। केंद्र की मोदी सरकार की इस महत्त्वाकांक्षी योजना के क्रियान्वयन की तैयारियों को देख रहे एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘हम राज्यों के साथ एक बार फिर सलाह मशविरा करेंगे क्योंकि वे अब भी स्पष्टीकरण मांग रहे हैं।
दूसरे दौर की बातचीत में हम इसकी रूपरेखा और क्रियान्वयन के विभिन्न मॉडलों को अंतिम रूप देंगे। इस योजना की सफलता राज्यों पर निर्भर करेगी जिनके लिए अपनी मौजूदा स्वास्थ्य बीमा योजनाओं को एनएचपीएस के साथ जोडऩा मुश्किल हो रहा हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि दोनों योजनाओं के लाभार्थी अलग-अलग होंगे। केंद्र की योजना सामाजिक आर्थिक जातिवार जनगणना पर आधारित है जिसमें 7 वंचित श्रेणियों में गरीबों की पहचान की गई है। राजस्थान और गुजरात जैसे राज्यों में वंचित श्रेणियों में शामिल लोगों के अलावा दूसरे लोगों को भी स्वास्थ्य बीमा योजनाओं का लाभ दिया गया है। कर्नाटक सरकार ने हाल में घोषणा की है कि वह उसकी स्वास्थ्य योजना में राज्य के सभी निवासी आएंगे जबकि पश्चिम बंगाल ने एनएचपीएस को लागू नहीं करने का फैसला किया है। अधिकारी ने बताया, सबसे बड़ी चुनौती केंद्र और राज्य की योजनाओं को जोडऩे की है।