मोदी के नए मंत्री अब सीधे जनता को देंगे अपना परिचय, हंगामें के कारण PM नहीं करा पाए थे परिचय
नई दिल्ली: केंद्र सरकार में शामिल और पदोन्नत हुए भाजपा के केंद्रीय मंत्री जन आशीर्वाद यात्राओं के जरिए देश की जनता को अपना नया परिचय देंगे। संसद सत्र के दौरान विपक्ष ने हंगामा कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने इन मंत्रियों का परिचय नहीं कराने दिया था। इसके बाद भाजपा ने इन मंत्रियों की देश भर में जन आशीर्वाद निकालने का फैसला किया। सभी मंत्री मिलकर तीन दिनों में 142 दिन की यात्रा कर लेंगे और इस दौरान 1663 सभाएं भी होंगी।
भाजपा के राजनीतिक उत्थान में यात्राओं का बहुत ज्यादा महत्व रहा है। इनके जरिए उसने देश भर में अपनी विशिष्ट पहचान भी कायम की है। संसद के मानसून सत्र के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी मंत्रि परिषद का विस्तार किया था और इस नाते सत्र के पहले दिन नए मंत्रियों का परिचय संसद में कराया जाता है, लेकिन विपक्ष ने हंगामा कर ऐसा नहीं होने दिया था। इसके बाद भाजपा ने एक अभियान की संरचना की। इसमें नए मंत्रियों को जनता के बीच अपना नया परिचय देने और जनता का सीधा आशीर्वाद लेने का निर्णय किया गया।
पार्टी महासचिव तरुण चुग ने इस जन आशीर्वाद यात्रा का खाका तैयार किया। उन्होंने कहा है कि भाजपा ने नए 39 मंत्री तीन दिन यात्रा करेंगे और कुल 212 लोकसभा क्षेत्रों को कवर कर 19567 किमी का फासला तय करेंगे। राज्यमंत्री 16,17 व 18 अगस्त को और केंद्रीय मंत्री 19,20 व 21 अगस्त को यात्रा करेंगे। यह यात्रा 19 राज्य व 265 जिले भी कवर करेगी। इसमें 1663 सभाएं होंगी। कुछ राज्यों में यह पांच से सात दिन भी चलेगी।
यात्राओं में भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, उप मुख्यमत्रियों के साथ सांसद व विधायक भी हिस्सा लेंगे। इन यात्राओं के जरिए सरकार की दो साल की उपलब्धियों खासकर कोराना काल में किए गए काम को ले जाया जाएगा। साथ ही टीकाकरण को लेकर जागरुकता भी लाई जाएगी। चूंकि यात्रा प्रधानमंत्री के 15 अगस्त के भाषण व आजादी के 75 साल के शुरू होने पर होगी, इसलिए वह संदेश भी दिया जाएगा। भाजपा ने इस बार यात्रा का स्वरूप इस तरह तय किया है ताकि अधिकतम लोग, कम समय में ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच सकें और ज्यादा से ज्यादा भौगोलिक क्षेत्र को कवर किया जा सके।