लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तरफ से प्रधानमंत्री पद के लिए नामित नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री अखिलेश को मोदी के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में शिरकत करने का न्योता मिला था जिसको स्वीकार करते हुए उन्होंने कार्यक्रम में शामिल होने की बात कही। लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान मोदी के खिलाफ जोरदार प्रचार करने वाले अखिलेश चुनाव में मिली हार के बाद मोदी के शपथग्रहण में शामिल होकर ये संदेश देना चाहते हैं कि सपा और उसके नेता नैतिकता और शिष्टाचार निभाने में यकीन रखती है। चूंकि अखिलेश यादव सपा के प्रदेश अध्यक्ष होने के साथ राज्य के मुख्यमंत्री भी हैं जो एक संवैधानिक पद है। ऐसे में अगर वह मोदी के शपथ ग्रहण में शमिल नहीं होंगे तो उनकी आलोचना होगी। जानकारों का कहना है कि अगर मोदी शपथ ग्रहण में शामिल नहीं होंगे तो उन पर नैतिकता को लेकर सवाल उठने के साथ ये संदेश भी जाएगा कि उन्होंने हार मान ली है। राज्य में तीन साल बाद विधानसभा के चुनाव भी हैं। कहा जा रहा है कि अखिलेश के साथ कैबिनेट मंत्री राजेंद्र चौधरी जा सकते हैं। मोदी सोमवार शाम राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण करेंगे।