प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को संसद में पार्टियों के नेताओं को मतभेदों को परे रखकर दोनों सदनों के कामकाज को बाधित नहीं करने करने की अपील की. सोमवार से शुरू हो रहे संसद के बजट सत्र से पहले पार्टियों के नेताओं को संबोधित करते हुए, मोदी ने सभी राजनीतिक दलों से सदन को सुचारु रूप से चलाने में सरकार के साथ मिलकर काम करने का आग्रह किया. प्रधानमंत्री ने नवनिर्वाचित सांसदों का स्वागत किया और आशा व्यक्त की कि संसद के कामकाज में नए उत्साह और ऊर्जा का संचार होगा. मोदी ने सभी नेताओं से आत्मनिरीक्षण करने का आग्रह किया कि क्या सांसद लोगों की आकांक्षाओं को उनके प्रतिनिधियों के रूप में पूरा करने में सक्षम हैं.
उन्होंने कहा, “हम जनता के लिए हैं, हम संसद के कामकाज को बाधित करके दिल नहीं जीत सकते. सभी दलों को राजनीतिक मतभेदों को अलग रखना चाहिए और देश की प्रगति की दिशा में अथक परिश्रम करना चाहिए.” प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार हमेशा राजनीतिक दलों द्वारा उठाए गए मुद्दों को गंभीरता से लेती रही है और दोनों सदनों के पटल पर राष्ट्रीय महत्व के सभी मामलों पर चर्चा के लिए तैयार है.
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि बिना किसी व्यवधान और गतिरोध के संसद की सुचारु कार्यवाही को सुनिश्चित करने के लिए दलों में सर्वसम्मति है. प्रधानमंत्री द्वारा दो पहलों की घोषणा करते हुए, जोशी ने कहा कि मोदी ने स्वतंत्र रूप से सरकार के साथ बातचीत करने और विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए 19 जून को संसद में प्रतिनिधित्व के साथ सभी राजनीतिक दलों के अध्यक्षों को आमंत्रित किया था और 20 जून को दोनों सदनों के सांसदों को आमंत्रित किया था. जोशी ने कहा, “यह नई पहल सभी सांसदों के बीच टीम भावना का निर्माण करने में सहायक होगी और भविष्य में संसद के कामकाज को सुचारु रूप से चलाया जाना सुनिश्चित करेगी.