मुस्लिम महिलाओं को अकेले हज यात्रा करने को लेकर केंद्रीय मंत्री मुख़्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि, “बिना मेहरम की यात्रा कर रही महिलाओं के लिए रहने और यातायात के अलग इंतजाम किए जाएंगे. इसके आलावा उन महिलाओं के लिए अलग से हज सहायक भी नियुक्त किए जाएंगे जो सऊदी अरब में इन महिलाओं की मदद करेंगे. नकवी ने यह सब ट्वीट कर कहा.
For the first time, Muslim women from India will go to Haj without “Mehram” (male companion). Separate accommodation & transport has been arranged for these women Haj pilgrims in Saudi Arabia and women “Haj Assistant” will be deployed for their assistance. pic.twitter.com/FswUoPdl7D
— Mukhtar Abbas Naqvi (@naqvimukhtar) January 8, 2018
नकवी ने दुसरे ट्वीट में यह जानकारी भी दी कि सऊदी अरब प्रशासन ने समुद्री रास्ते से हज यात्रा को फिर से शुरू करने के लिए इजाजत दे दी है. भारत और सऊदी अरब के अधिकारीयों ने इस बारे में चर्चा की.
Saudi Arabia has given green signal for India’s decision to revive option of Haj pilgrimage through sea route also & officials from both countries will discuss on all formalities & technicalities so that Haj through sea route can be re-started in coming yrs. pic.twitter.com/ApTdoqBVTI
— Mukhtar Abbas Naqvi (@naqvimukhtar) January 8, 2018
वहीं, नयी हज नीति का मसौदा तैयार करने वाली समिति के प्रमुख अफजल अमानुल्ला ने 45 साल से कम उम्र की महिलाओं को भी ‘मेहरम’ के बिना हज पर जाने की अनुमति देने का सुझाव दिया है. सरकार ने इस बार से 45 साल और इससे अधिक उम्र की महिलाओं को ‘मेहरम’ के बिना हज पर जाने की इजाजत दी है.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल में अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में ‘मेहरम’ वाले मामले का उल्लेख किया था और यह पाबंदी हटाने को लेकर केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की तारीफ की थी. इसके बाद एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी सहित कुछ नेताओं और संगठनों ने प्रधानमंत्री मोदी के बयान का प्रतिवाद करते हुए दावा किया था कि यह रोक सऊदी सरकार ने लगाई थी और उसी ने हटाया तथा मोदी सरकार बेवजह अपनी पीठ थपथपा रही है.