मोरक्को में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय न्यायाधीश सम्मेलन में प्रतिभाग करेंगे डा. जगदीश गाँधी
लखनऊ : सिटी मोन्टेसरी स्कूल के संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी मोरक्को में आयोजित हो रहे प्रथम अन्तर्राष्ट्रीय न्यायाधीश सम्मेलन में विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रतिभाग करेंगे। मोरक्को के न्यायमंत्री माननीय मोहम्मद अज्जार ने इस सम्मेलन हेतु डा. जगदीश गाँधी को विशेष रूप से आमन्त्रित किया है। इस संदर्भ में भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने भी डा. गाँधी से सम्मेलन में प्रतिभाग हेतु अनुरोध किया है। सम्मेलन का आयोजन 2 से 4 अप्रैल तक मोरक्को के मराकेच शहर में आयोजित किया जा रहा है। सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी हरि ओम शर्मा ने बताया कि सम्मेलन का आयोजन मोरक्को के शासक किंग मोहम्मद के संरक्षण में तथा मोरक्को के न्याय मंत्रालय एवं हाई काउन्सिल ऑफ ज्यूडिशियल पॉवर एण्ड प्रेसीडेन्सी ऑफ द पब्लिक प्रॉसीक्यूशन के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है, जिसका विषय है ‘ज्यूडिशियल इन्डिपेन्डेन्स, इन्श्योरिंग द लिटिगैन्ट्स राइट्स एण्ड रेसपेक्टिंग द रूल्स ऑफ जस्टिस’। इस सम्मेलन में दुनिया के कई देशों के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं, जिसमें विभिन्न देशों के न्याय मंत्री, मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश व कानूनविद् आदि प्रमुख हैं।
सम्मेलन में प्रतिभाग हेतु डा. जगदीश गाँधी 30 मार्च को मोरक्को रवाना होंगे। सी.एम.एस. द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित किये जाने वाले अन्तर्राष्ट्रीय मुख्य न्यायाधीश सम्मेलन के प्रोजेक्ट लीडर श्री संदीप श्रीवास्तव भी डा. गाँधी के साथ मोरक्को जायेंगे। श्री शर्मा ने बताया कि इस सम्मेलन में डा. जगदीश गाँधी विशेष तौर से ‘भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51’ एवं भारत की ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की संस्कृति पर अपने विचार रखेंगे। डा. गाँधी का मानना है कि जब तक विश्व समुदाय में एकता, समानता व शान्ति का वातावरण नहीं बनेगा, तब तक भावी पीढ़ी का भविष्य भी सुरक्षित नहीं है। विश्व के ढाई अरब बच्चे अपने लिए सुरक्षित भविष्य चाहते हैं जहाँ भावी पीढ़ी एकता, शान्ति, सहयोग व सौहार्द के वातावरण में फल-फूल सके।