दस्तक टाइम्स / एजेंसी
अब तक चंडीगढ़ में सिर्फ डोमेस्टिक एयरपोर्ट ही था, जहां से रोजाना सिर्फ 20 घेरलू फ्लाइट ऑपरेट हो रही हैं। ऐसे में पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के लोगों को अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट के लिए दिल्ली जाना पड़ता था।कांग्रेस के लगभग 40 नेताओं को नजरबंद किया गया था। इन्होंने विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी थी। मौदी के दौरे के लिए शुक्रवार को सभी स्कूलों की छुट्टी रखी गई। जब तक मोदी चंडीगढ़ में रहेंगे, कोई भी फ्लाइट यहां से न उड़ान भरेगी तथा न ही यहां अाएगी।शुरुआत में दो निजी कंपनियां दुबई के लिए यहां से उड़ानें शुरू करेंगी। यह वायुसेना के हवाई अड्डे से जुड़ा है. वायु सेना और सिविल फ्लाइट्स दोनों एक ही हवाई पट्टी इस्तेमाल करती हैं. लिहाजा रात को चलने वाली अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स के लिए रक्षा मंत्रालय की हरी झंडी का इंतजार है।इस एयरपोर्ट की कई खूबियां है, जैसे नए एयरपोर्ट में भी एयरफोर्स का ही रनवे इस्तेमाल होगा और यह देश का पहला ग्रीन एयरपोर्ट होगा। एयरपोर्ट की एक ओर खासियत यह है कि इसमें एक भी लाल ईंट का इस्तेमाल नहीं किया है। इंडियन एयरपोर्ट अथॉरिटी ने इंटरनेशनल एयरपोर्ट की बिल्डिंग बनाने के लिए लाल ईंट की जगह फ्लाई ऐश ईंट का प्रयोग किया गया है।
वहीं इंटरनैशनल एयरपोर्ट में स्काई लाइट प्लेटें लगाई गई हैं, जो सूरज की किरणों को अवशोषित करके प्रकाश उत्पन्न करती हैं। बिल्डिंग को बनाने के लिए अथॉरिटी के भीतर का हिस्सा हरा-भरा है। इंडियन एयरपोर्ट अथॉरिटी के जीएम डीके कामरान ने मीडिया को बताया कि इंटरनैशनल एयरपोर्ट को पूरी तरह से ग्रीन बनाया गया है, जिससे यात्रियों को शुद्ध वातावरण मिल सके। यह एयरपोर्ट 306 एकड़ में बना है जिसके फर्स्ट फेज में 500 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। 49 फीसदी खर्च का हिस्सा हरियाणा और पंजाब, 51 फीसदी एयरपोर्ट अथॉरिटी का हुअा है। इस एयरपोर्ट के पार्किंंग एरिया में 500 टैक्सी पार्क हो सकती हैं ।