मौलाना कल्वे जवाद ने कहा-नागरिकता संशोधन कानून से मुसलमानों को कोई खतरा नहीं
लखनऊ: नागरिकता संशोधन कानून को लेकर भ्रम के कारण फैली हिंसा के बीच मुस्लिम धर्मगुरू इसको लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून से मुसलमानों को कोई खतरा नहीं है। इस कानून को लेकर किसी को यदि कोई भ्रम है तो उसको इसकी जानकारी करने के साथ ही कोई कदम उठाने से पहले विशेषज्ञों बात करना चाहिए।
मौलाना ने कहा कि इस कानून को लेकर किसी भी प्रकार के फसाद से पोलिटिक्ल पार्टियों का फायदा होगा और मुसलमानों का नुकसान होगा। पार्टियां यही चाहती है कि मुसलमानों का नुकसान हो ताकि वह मुसलमानों की हमदर्दी हासिल कर सके।
इस दौरान शिया धर्मगुरू मौलान रजा हुसैन, सूफी धर्मगुरू मौलाना मोइनुद्दीन अशरफ, शिया धर्मगुरू मौलाना शबाहत हुसैन, सूफी धर्मगुरू मौलाना जलालुद्दीन, मौलाना हसनैन बकई, मौलाना अलीशाह मलंग सहित मुस्लिम समाज के कई नुमाइंदे मौजूद रहे। जिन्होने प्रदेश के चैनों अमन के लिए समाज में जाकर उनका भ्रम दूर करने के लिए जनजागरण करने का निश्चिय लिया।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा-कोई भी भारतीय प्रभावित नहीं
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून से किसी भी भारतीय मुस्लिम के हितों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। व्यापक बातचीत, विचार विमर्श और सभी पक्षों से बातचीत के बाद इस कानून की रूपरेखा तैयार की गई थी। स्वतंत्र देव सिंह ने मुस्लिम समाज के धर्म गुरुओं, सूफी संतों, प्रबुद्ध लोगों से भेंट के दौरान कहा कि नागरिकता संशोधन कानून किसी भी भारतीय की, चाहे वह किसी भी धर्म का मानने वाला हो उसके अधिकार को प्रभावित नहीं करता है।
यह केवल अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश में सताए गए धार्मिक अल्पसंख्यकों की रक्षा करने की बात करता है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने सभी से अपील की कि वे किसी के भी बहकावेें में न आए और शान्ति व सौहार्द बनाए रखने में अपनी भूमिका का निर्वहन करें। पार्टी अध्यक्ष ने कहा कि विपक्ष इसे लेकर केवल भ्रम फैलाने और मुस्लिमों को गुमराह करने का काम कर रहा है। पिछले 60 वर्ष में विपक्ष ने यही रणनीति अपनाकर अल्पसंख्यकों को बुनियादी सुविधाओं और उनके अधिकार से वंचित रखा।