यथास्थिति बरकरार रख सकता है आरबीआई
नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की अध्यक्ष अरुंधती भट्टाचार्य ने गुरुवार को कहा कि रिजर्व बैंक अगले मौद्रिक नीति की समीक्षा में ब्याज दर पर यथास्थिति बरकरार रख सकता है। आरबीआई की नीतिगत समीक्षा से उम्मीद के बारे में पूछने पर अरुंधती ने कहा कि मुङो लगता है कि यथास्थिति बरकरार रहेगी। बैंक की पूंजी की पर्याप्तता के बारे में अरुंधती ने कहा कि कई तरह के संभावित परिदृश्य हैं, कई तरह की जरूरतें हैं, फिलहाल जबकि ऋण वृद्धि बहुत अधिक नहीं है इसलिए मुङो तुरंत ऐसी कोई जरूरत नहीं दिखती। लेकिन आने वाले दिनों में निश्चित रूप से पूंजी की जरूरत होगी। नाबार्ड द्वारा यहां आयोजित एक समारोह में संवाददाताओं से अलग बातचीत में उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष के लिए बैंक ने अभी यह फैसला नहीं किया है कि पूंजी बाजार से उठाई जाए। रिजर्व बैंक 3 अगस्त को द्वैमासिक मौद्रिक नीति की घोषणा करने वाला है। जून में हुई मौद्रिक समीक्षा में आरबीआई ने मौद्रिक नीति में कोई परिवर्तन नहीं किया। इस तरह यह दूसरा मौका था जबकि आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन ने ब्याज दर को अपरिवर्तित रखा। रिजर्व बैंक की मुख्य अल्पकालिक दर रेपो दर आठ प्रतिशत है और नकद आरक्षी अनुपात (सीआरआर) को 4 प्रतिशत है।