यहाँ छिपा है भगवान कृष्ण का दिल, कभी न करें उसे पाने की हिम्मत, नही तो हो जाएगी मौत
हमारे देश मे विभिन्न धर्मो के लोग निवास करते है। हर राज्य मे अलग तरह की विविधता देखने को मिलती है। क्योंकि हमारी भारत भूमी रहस्यों से भरी पड़ी है। आज भी ऐसे कई सारे रहस्य है। जिनके बार में कोई नहीं जानता है। आज आपको एक ऐसे ही अनोखे राज के बारे में बता रहे है. जिसके बारे में जानकर आपका दिमाग हिल जाएगा। भगावन श्री कृष्ण को लेकर हमने कई सारी कहानियां व किस्से सुने हैं।
लेकिन अब उन कहानियों को लेकर कई सारे सबूत भी मिले हैं। हालंकि इन कहानयों को लेकर इंसान के दिमाग मे कई सारी बाते आती है. जिन्हें जानने के लिए इंसान हमेशा कोशिश करता रहता है। दोस्तों हमारे देश मे भगवान जगन्नाथ का मंदिर काफी फैमस है। जिसकी हर साल जुलाई महिने मे रथ यात्रा निकाली जाती है।
आज आपको भगवान श्री कृष्ण से जुड़े एक किस्से के बारे मे बता रहे है. जिसके बार मे जानकर आप चौंक जाएंगे। जगन्नाथ मंदिर को लेकर कई सारी कहानियां प्रचलित है। कहा जाता है कि इसमे भगवान श्रीकृष्ण का दिल है। कहा जाता है कि द्वापर मे भगवान श्री कृष्ण के मृत्युलोक छोड़ने के बाद उसके शरीर का पांडवों ने अंतिम संस्कार कर दिया
लेकिन उनका दिल जलता ही रहा। इसके बाद पांडोवों को आदेश मिला कि वह इस लट्ठे को जल मे प्रवाहित कर दे। इसके बाद उनका दिल लट्टे मे बदल गया। जो केरल के राजा को मिल गया। जहां उन्होंने इस लट्ठे को मंदिर मे स्थापित कर दिया।
जिसके बाद कई सारे लोगों ने इस लट्ठो में धड़कने महसूस की है। कहा जाता है कि इस लट्ठे को आजतक किसी ने नहीं देखा है. जब मर्ति बदलते है तो पुजारी की भी आखों पर पट्टी बांध दी जाती है।