अजब-गजबपर्यटन

यहाँ ले बीवी की बांहों में बांहे डाल के मानसून का मजा

मौसम चाहे जो भी हो लेकिन बारिश का मौसम आपको बाहर निकलने को मजबूर कर ही देता है..काले बादल, रिमझिम बारिश मन को अंदर प्रफुल्लित कर देती है..जिसके बाद बाहर घूमने को मन मचलने लगता है। मानसून में मौसम में ऐसा लगता है जैसे सभी पेड़ पौधे नहाकर एकदम फ्रेश हो गये..मानसून के मौसम में प्रकृति खूबसूरती देख कोई भी खुद को रोक नहीं पाता है। इस मौसम में पहाड़, नदियां, हरे-भरे खेत या फ़िर समंदर के किनारे, भारत में खूबसूरत डेस्टिनेशंस की कमी नहीं है। लेकिन मानसून में जिसे देखने का मजा है वह वाटरफाल्स… जाने, भारत के खूबसूरत झरने जी हां दक्षिण भारत के खूबसूरत राज्य केरल की धरती अपने घने जंगल, नदी, पहाड़ और खूबसूरत झरनों के लिए जानी जाती हैं। यहां स्थित अनगिनत वाटरफॉल केरल को और भी खूबसूरत बना देते हैं जिन्हें देखने के बाद आपको खुद को तरोताजा महसूस करेंगे..साथ ही आप इन खूबसूरत वाटरफाल्स पर कुछ एडवेंचर गेम्स का भी लुत्फ उठा सकते हैं।

अथिराप्पिल्ली वॉटर फॉल्स अथिराप्पिल्ली झरना चलाकुद्य नदी जो पश्चिमी घाट के स्रोत से निकलती है। यह शानदार झरना, नियाग्रा फाल्स ऑफ़ इंडिया भी कहा जाता है। चलाकुद्य नदी वाज़चुला वन विभाग से बहती है। यह झरना 24 मीटर की ऊंचाई से गिरता है और नीचे नदी में शामिल होजाता है। झरना विभिन्न स्थानों से देखा जा सकता है, सड़क जो जंगल के रस्ते जाती है उससे भी झरने से पानी गिरने का अतभुत नज़ारा देखा जा सकता है। इस झरने को ऊपर से भी देखा जा सकता है , वहां पर छोटे रेस्तरां और पर्यटकों के आराम करने के लिए कॉफी की दुकानों है।

अरुविखहुजी वाटरफॉल यह झरना केरल राज्य में कोट्टयम में पल्लीरिकथोड से 2 किमी (1.2 मील) स्थित है,यह झरना करीबन 30 फुट ऊंचाई से गिरता है…लेकिन यह झरना सिर्फ मानसून के मौसम में ही देखा जाता है।ऊपर बड़ी चट्टान से गिरता हुआ झरना बेहद ही खूबसूरत नजर आता है । पर्यटक इस झरने पर ट्रैकिंग का भी लुत्फ उठा सकते हैं।

थुशरिग्रि फॉल्स यह झरण केरल राज्य के कोझीकोड जिले में स्थित है। यह झरना पश्चिमी घाट से बहने वाली दो नदियों से बनता है ,थुषागिरि शब्द का अर्थ बर्फ से ढकी हुई पर्वत है। यह झरना करीबन 75 मीटर (246 फीट) की ऊंचाई से गिरता है। पहाड़ों से गिरता ये झरना न सिर्फ़ देखने में मनमोहक है, बल्कि ये जगह रॉक क्लाइम्बिंग और ट्रैकिंग के लिए भी मशहूर है।

वाजहाचल झरना वाजहाचल झरना, अथिराप्पिल्ली के वर्षावन में शोलायार पर्वतमाला में स्थित है । यह अथिराप्पिल्ली झरना से पांच किमी और चलाकुद्द्य जंगलों से 36 किमी की दूरी पर है। झरने के सुरम्य सौंदर्य उन लोगों के लिए है जो शहर की तनावपूर्ण जीवन को पीछे छोड़ना चाहते हैं। इसकी धारा अथिराप्पिल्ली झरने के विपरीत है, क्यूंकि यह एक झरने की तरह कम बल्कि एक तेज़ बहती नदी की तरह लगता है। वाजहाचल क्षेत्र तटवर्ती वनस्पति के लिए अच्छा है जो अच्छी तरह से संरक्षित है और जीवित प्रजातियों की एक हजार किस्मों के घर के नाम से जाना जाता है।

सुचीपाड़ा प्रपात केरल के खूबसूरत और प्रसिद्ध झरनों में से एक सुचीपाड़ा प्रपात सेंटिनल रॉक झरने के रूप में भी जाना जाता है, यह झरना सदाबहार और मोंटेना के जंगलों से घिरा हुआ है।विशाल पहाड़ियों और घने जंगलों से घिरा, यह 100 फीट से 300 फीट की ऊंचाई से गिरता है। इस झरने के नीचे एक पूल है, जो राफ्टिंग और तैराकी के लिए उपयुक्त है। इस झरने के आसपास खूबसूरत चाय के बगान भी देखे जा सकते हैं। 

पलरुवी फॉल्स

पलरुवी फॉल्स केरल के कोल्लम जिले में स्थित है। यह भारत में 32 वां सबसे उच्च झरना है। पलरुवी पानी गिर दक्षिण भारत में सबसे शानदार प्राकृतिक झरनों में से एक है।91 मीटर से ऊंचाई से गिरना वाला यह झरना ऐसा लगता है मानो उपर से दूध की धारा गिर रही हो ।यह एक शानदार प्राकृतिक सुंदरता के साथ एक खूबसूरत पिकनिक स्पॉट भी है। झरना विभिन्न स्थानों से देखा जा सकता है, सड़क जो जंगल के रस्ते जाती है उससे भी झरने से पानी गिरने का अतभुत नज़ारा देखा जा सकता है। 

10वीं पास के लिए ‘इस बैंक’ में नौकरी, 35 हजार सैलरी, जल्द करे आवेदन

चारपा प्रपात मानसून के मौसम में चारपा प्रपात को काफी खूबसूरत नजर आता है…यह वाटरफाल तमिलनाडु को केरल से जोड़ने वाले राजमार्ग पर स्थित है। त्रिशूर से 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह झरना कोई चमत्कार नहीं है,मानसून में यहाँ मूसलाधार वर्षा होती है तो पानी की छोटी लहरें रास्ते पर आ जाती हैं। 25 मीटर की ऊँचाई से गिरते हुए इस प्रपात की ऊँचाई उतना प्रभावित नहीं करती परंतु बड़ी चट्टानों के ऊपर अशांत, प्रसन्न करने वाली धारा में से उमड़ता हुआ पानी देखने लायक होता है।

परुन्तेंरुवी झरना परुन्तेंरुवी झरना रानी तालुक के वेचुइचिरा पंचायत में स्थित एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। इस झरने का एक किनारा कुदामुरुट्टी है और वचूचीरा दूसरा किनारा है। इस झरने का मुख्य मार्गरानी से शुरू होता है – अथिककायम – कुदामुरुट्टी – परुन्तेंरुवी।यह झरना अपने आसपास के इलाकों में अपने शांत वातावरण के लिए काफ़ी मशहूर हैं। 

Related Articles

Back to top button