यहां करिए महादेव के जुड़वा रूप के दर्शन, किस्मत वालों को मिलता है ऐसा सौभाग्य
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इसे महादेव की महिमा कहिए, शिव का चमत्कार कहिए या फिर भोलेनाथ का वरदान। नर्मदा किनारे बने इस मंदिर में भक्तों को एक नहीं बल्कि दो रूपों में महादेव दर्शन देते हैं। गुजरात में नर्मदा के किनारे नदी के तट पर बना औघड़दानी का ये अद्भुत और चमत्कारी मंदिर है। यहां महादेव के एक रूप को धनेश्वर तो दूसरे को लुकेश्वर के नाम से पुकारते हैं।
आज हम आपको शिव के जुड़वा रुप के दर्शन करा रहे हैं। महादेव के इस रुप के दर्शन केवल किस्मत वाले ही कर पाते हैं। महादेव का ये मंदिर गुजरात में नर्मदा नदी के तट पर स्थित है। ये एक ऐसा मंदिर है, जहां एक छत के नीचे महादेव दो रूपों में दर्शन देते हैं। इस मंदिर में दो-दो नंदी भी हैं और वो भी आमने-सामने। कहते हैं जो कोई इन रूपों के दर्शन का सौभाग्य हासिल कर लेता है उसे मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है।
कहा जाता है कि धनेश्वर महादेव की स्थापना स्वयं कुबेर ने की थी। कहते हैं रावण ने जब कुबेर से सोने की लंका छीन ली थी, तब कुबेर ने उसे वापस पाने के लिए भगवान शिव की तपस्या की थी। भोले भंडारी के उसी रूप को भक्त धनेश्वर के नाम से पूजते हैं। धनेश्वर महादेव के साथ ही विराजने वाले लुकेश्वर महादेव मंदिर भी उतना ही प्राचीन है।
महादेव के इन दो रूपों धनेश्वर और लुकेश्वर महादेव के चमत्कार को उनके दरबार में आने के बाद ही महसूस किया जा सकता है। एक तरफ जहां भक्त यहां आकर महादेव के अनोखे रूप के दर्शन कर धन्य हो जाते हैं, वहीं भक्तों का मानना है कि यहां आने से न केवल उन्हें शांति मिलती है बल्कि भोले भंडारी सुखी जीवन का वरदान भी देते हैं। उससे भी बड़ी बात ये है कि यहां आकर ब्राह्मणों को भोजन कराने से हर तरह के पितृदोषों से भक्तों को छुटकारा मिला जाता है।