यातायात चुस्त बनाने के लिए आज से दस अगस्त तक चलेगा प्रदेशव्यापी अभियान : मुख्यमंत्री
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के निर्देश पर प्रदेश में यातायात व्यवस्था को और अधिक चुस्त-दुरूस्त एवं सुदृढ़ बनाये जाने के उद्देश्य से 28 जुलाई से 10 अगस्त तक दो सप्ताह का प्रदेश व्यापी विशेष अभियान चलाया जायेगा। प्रमुख सचिव, गृह अरविन्द कुमार ने बताया कि अभियान में यातायात पुलिस व नागरिक पुलिस दोनों के द्वारा कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने बताया कि शासन द्वारा निर्देशित किया गया है कि अभियान के दौरान कार्यालय समय और बच्चों के स्कूल समय का विशेष ध्यान रखा जाये और अभियान के कारण किसी को कार्यालय अथवा स्कूल जाने में विलम्ब अथवा असुविधा न हो एवं जाम की स्थिति उत्पन्न न हो। उन्होने निर्देश दिये है कि चेकिंग के दौरान कोई पक्षपात व भेदभाव आदि न किया जाये एवं किसी भी प्रकार की अवैध वसूली न हो। पुलिस कर्मी किसी के साथ दुर्व्यवहार न करें और अपना कार्य शालीनता, सजगता व कड़ाई से करें। बुजुर्ग, महिला, दिव्यांगो व एम्बुलेंस मरीज को कोई असुविधा न होने पाये, इसका विशेष ध्यान रखा जाये।
अभियान के दौरान हैलमेट धारण न करने वाले, सीट बेल्ट न पहनने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। वाहन चलाते समय मोबाइल का उपयोग करने वालो, वाहनो पर हूटर, सायरन, प्रेशर हॉर्न व काली फिल्म लगाये जाने के विरूद्ध भी कार्यवाही होगी। साथ ही निर्धारित गति सीमा से अधिक तेज वाहन चलाने वालो एवं मादक द्रव्यों का सेवन करने वाले वाहन चालको के विरूद्ध भी कार्यवाही होगी। मोटर वाहनो की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि के फलस्वरूप प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं में घायल एवं मृत व्यक्तियों की संख्या भी बहुत तेजी से बढ़ती जा रही है। इन दुर्घटनाओं के कारण हो रही जनधन की क्षति अत्यंत चिंता का विषय है। यह भी उल्लेखनीय है कि प्रदेश में वर्ष 2016 में हत्या की घटनाओं में 5 हजार से अधिक की व्यक्तियों की मृत्यु हुई है, जबकि इसी अवधि में सड़क दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या 19 हजार से अधिक है। इस प्रकार सड़क दुर्घटनाओं में मरने वालो की संख्या हत्या की घटनाओं में मृत व्यक्तियों की संख्या से चार गुना है।