आरएस पुरा। भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह ने आज कहा है कि जम्मू-कश्मीर में ‘युद्ध शरणार्थियों’ के मुद्दे को केंद्र सरकार समयबद्ध और चरणबद्ध तरीके से सुलझाएगी। भाजपा प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालने के बाद सीमावर्ती इलाके में अपनी पहली यात्रा के दौरान एक स्कूल में शाह ने कहा, ‘‘मैं वर्ष 1947, 1965 और 1971 के शरणार्थियों को आश्वासन देता हूं कि केंद्र सरकार उनकी समस्याओं और मांगों पर एक समयबद्ध और चरणबद्ध ढंग से तत्काल काम करेगी। सीमावर्ती गांवों में रहने वाले लोगों की भावनात्मक तार को छेड़ते हुए शाह ने कहा कि पार्टी और देश उन लोगों का दर्द समझता है, जिन्हें पाकिस्तानी गोलीबारी के कारण कठिनाइयां उठानी पड़ती हैं। शाह ने उन लोगों को मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, ‘‘हम सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले उन लोगों के दर्द को समझते हैं, जो पाकिस्तानी गोलीबारी से प्रभावित होते हैं। मैं आप लोगों को आश्वासन देता हूं कि देश और भाजपा आपके साथ है। पाकिस्तानी गोलीबारी के बावजूद सीमा के पास स्थित अपनी बस्तियों में बने रहने के लिए और आपकी देशभक्ति के जज्बे के लिए मैं आपके समक्ष अपना शीष झुकाता हूं।’’ पाकिस्तान की ओर से हो रही गोला बारी को ‘‘बर्दाश्त नहीं करने’’ की बात करते हुए शाह ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय सैनिकों को निर्देश दिए हैं कि वे पाकिस्तान की गोलीबारी का उपयुक्त जवाब दें। शाह ने सीमावर्ती क्षेत्रों के निवासियों से कहा, ‘‘हम आपकी समस्याएं और मुद्दे जानते हैं और जम्मू-कश्मीर के शरणार्थियों के साथ हमारा एक भावनात्मक लगाव है।’’ भाजपा प्रमुख ने दावा किया कि जम्मू-कश्मीर में अगली सरकार भाजपा बनाएगी और पार्टी को लोकसभा की तरह विधानसभा में भी बहुमत मिलेगा। शाह के साथ केन्द्रीय राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह और जेपी नड्डा एवं राम माधव जैसे पार्टी के नेता भी थे। आरएस पुरा सेक्टर के सीमा प्रवासियों ने सीमापार से लगातार होने वाली गोलीबारी के कारण पेश आने वाली समस्याओं के बारे में नेताओं से बातचीत की। प्रवासियों ने सुरक्षित स्थानों पर पुनर्वास की मांग की और साथ ही प्रत्येक प्रवासी परिवार के लिए पांच मर्ला के भूखंड देने की मांग की। शाह ने कहा, ‘‘हम भूखंड नहीं दे सकते। वह राज्य सरकार दे सकती है। लेकिन दिल छोटा मत कीजिए क्योंकि उमर सरकार के गिने-चुने दिन ही बचे हैं और भाजपा जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाएगी।’’ प्रवासियों की मांगों पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘यह सरकार बहुमत के साथ बनेगी, ठीक उसी तरह, जैसे नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में सरकार बनी है।’