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युनिवर्सिटी ने रोका शिक्षा मंत्री की पत्नी का रिजल्ट, दूसरी महिला से दिलवाई थी परीक्षा

6_1447586465 (1)रायपुर। राज्य के सर सुन्दरलाल शर्मा ओपन विश्वविद्यालय ने एम अंतिम वर्ष के नतीजे घोषित कर दिए हैं। इसमें स्कूल शिक्षा मंत्री केदार कश्यप की पत्नी शां‍ति कश्यप का रिजल्ट रोक दिया गया है। मार्कशीट में रिजल्ट रोकने की वजह अनफेयर मीन्स को बताया गया है। बताते चलें कि 4 अगस्त को बस्तर जिले के लोहंडीगुडा स्थित परीक्षा केंद्र में शां‍ति कश्यप की जगह किसी अन्य महिला को परीक्षा देते पकड़ा गया था। पकड़े जाने के बाद वह महिला मौके से फरार हो गई थी। बताते चलें कि शिक्षा मंत्री और उनकी पत्नी शुरू से ही परीक्षा फर्जीवाड़ा में अपनी संलिप्तता से इनकार कर रहे हैं।
सवालों के घेरे में मार्कशीट
युनिवर्सिटी प्रबंधन द्वारा बताया गया था कि उन्हें नहीं मालूम कि परीक्षा फॉर्म भरने वाली महिला शिक्षा मंत्री की पत्नी हैं या कोई और। विवि प्रबंधन इसकी जांच चलने की बात कहता आया है। लेकिन उक्त मार्कशीट में शिक्षा मंत्री की पत्नी का एनरोलमेंट नंबर है, प्रीवियस इयर के मार्क्स भी डले हुए हैं। इसके अलावा मार्कशीट के टीएमए यानि ट्यूटर मार्क्ड असाइनमेंट के मार्क्स डले हुए हैं। यह वो असाइनमेंट होता है जिसे एग्जाम फॉर्म भरने से पहले जमा करना जरूरी होता है, यानि महिला ने अपने सारे असाइनमेंट जमा किए हैं, ऐसे में क्या युनिवर्सिटी तब भी नहीं जान पाई कि महिला कौन है? एक सवाल यह भी उठ रहा है कि जब शान्ति कश्यप ने शुरू के तीन पेपर दिए ही नहीं तो आखिरी पेपर में किसी और को अपनी जगह क्यों बैठाया? क्योंकि फेल तो वह वैसे भी हो रही थी।

क्या है मामला
बस्तर जिले के लोहंडीगुडा में पंडित सुन्दरलाल शर्मा ओपन युनिवर्सिटी की एमए अंतिम वर्ष की परीक्षा आयोजित की गई थी। इस परीक्षा में स्कूल शिक्षा मंत्री केदार कश्यप की पत्नी की जगह एक अन्य महिला परीक्षा देते हुए पकड़ी गई थी। मामला सामने आने के बाद प्रदेश की राजनीति गरमा गई थी, कांग्रेस मांग कर रही थी कि शिक्षा मंत्री को सहआरोपी बनाकर बर्खास्त किया जाए। जबकि सीएम उनके बचाव में खड़े हुए थे, उन्होंने कहा था कि मंत्री खुद पेपर देने नहीं गए थे इसलिए उनको बर्खास्त करने का सवाल ही नहीं उठता। पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने भी घटना को राजनीतिक षड्यंत्र बताते हुए केदार कश्यप का बचाव किया था। 

जांच रिपोर्ट में क्या?
मामला उजागर होने के बाद ओपन युनिवर्सिटी के कुलपति ने 5 अगस्त को 3 सदस्यीय जांच कमिटी का गठन किया था। इस कमिटी के एक सदस्य ने शिक्षा मंत्री की पत्नी को अपनी बेटी जैसी बताया था। इसके बाद इस कमिटी को भंग कर नई कमिटी बनाई गई थी। दूसरी कमिटी ने 12 अगस्त को अपनी जांच रिपोर्ट सौंपी थी, जिसमें कहा गया था कि फॉर्म शांति कश्यप द्वारा ही भरा गया था लेकिन फॉर्म भरने वाली महिला शिक्षा मंत्री की पत्नी है या कोई और इस बारे में कुछ नहीं कहा गया। प्रवेश पत्र में शिक्षा मंत्री की पत्नी की फोटो थी और एनरोलमेंट नंबर और अन्य जानकारी भी सेम थी। कमिटी ने शान्ति कश्यप के खिलाफ अनफेयर मीन्स का मामला दर्ज करने की अनुशंसा की थी, लेकिन विवि प्रबंधन ने ‘अज्ञात’ शान्ति कश्यप और उसकी जगह परीक्षा देती पकड़ी गई महिला के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी।
 
युनिवर्सिटी के एग्जाम कंट्रोलर डॉ केके वर्मा का कहना है कि मामला पुलिस में होने की वजह से वे ज्यादा कुछ बता पाने कि स्थिति में नहीं हैं। उन्होंने बताया कि अनफेयर मीन्स के चलते शान्ति कश्यप का रिजल्ट रोक दिया गया है।

 

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