युवती की मौत हो गई और तीन दोस्तों ने उसके शव को एक नाले फेंक दिया। मामले में अब उन्हें कड़ी सजा सुनाई गई है। यूं अंजाम दी गई थी वारदात।मामला चंडीगढ़ का है। नुक्कड़ ढाबे के मालिक की बेटी मनीषा की नशे की ओवरडोज से मौत हो गई थी और उसके शव को दोस्तों ने नाले में फेंक दिया था। 3 साल पुराने इस मामले में दिलप्रीत सिंह, कमल सिंह और रजत बेनीवाल को 20-20 साल की सजा सुनाई गई है और जुर्माना भी लगाया गया है। तीनों को 30 जनवरी को मामले में दोषी करार दिया गया था और सजा 3 फरवरी को सुनाई गई।
अदालत ने दिलप्रीत सिंह, कमल सिंह और रजत बेनीवाल को गैर-इरादतन हत्या, सामूहिक दुष्कर्म, अननेचुरल सेक्स अपहरण की धाराओं के तहत दोषी करार दिया था। बता दें कि मनीषा की मौत नशे के ओवरडोज से हुई थी। जिसके बाद आरोपियों ने मनीषा को एक कपड़े में लपेटकर नाले में फेंक दिया था। 19 अक्टूबर 2014 को मनीषा का शव राजपुरा के नजदीक शंभू बैरियर के साथ लगते नाले में मिला था।
मनीषा चंडीगढ़ के नामी ढाबा मालिक की बेटी थी और वह सेक्टर-34 के इंस्टीट्यूट से आर्किटेक्चर का कोर्स कर रही थी। वह रोजाना की तरह इंस्टीट्यूट गई थी, लेकिन वापस नहीं लौटी। पुलिस ने फोन सर्विलेंस पर लगाया। मोबाइल फोन की कॉल डिटेल खंगाली तो खुलासा हुआ कि आखिरी बार उसका रजत के साथ संपर्क हुआ था। पुलिस ने रजत को उसके घर से गिरफ्तार किया था।
पूछताछ के दौरान रजत ने बताया था कि वह तीनों 18 अक्टूबर को कार में सभी इकट्ठे गए थे और सबसे पहले वे एक पार्टी में गए, जहां सब ने ड्रग्स ली और शराब पी। ओवरडोज के कारण मनीषा बेहोश हो गई और उसकी मौत हो गई। फिर सभी मिलकर गाड़ी में पहले पलसौरा। फिर मोहाली और फिर वह राजपुरा रोड के शंभू बैरियर के नाले के नजदीक पहुंचे। जहां उन्होंने मनीषा को एक कपड़े में लपेटकर फेंक दिया।