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युवती के फोन में ‘आ हो’ के नाम से सेव थे भय्यू महाराज के नंबर, होती थी अश्लील बातें

भोपाल : मध्य प्रदेश के इंदौर में भय्यू महाराज आत्महत्या केस में महाराज के घर पर कब्जा जमाने वाली संदेही युवती ने महाराज के नंबर ‘आ हो’ (आमतौर पर पति के संबोधन के लिए इस्तेमाल) नाम से सेव कर रखे थे। पुलिस ने उसके मोबाइल का डिलीट डेटा का बेकअप लिया तो इस बात के सुबूत मिले कि दोनों खुलकर अश्लील बातें करते थे। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हो चुका है कि महाराज और संदेही युवती में अंतरंग संबंध बन चुके थे। जांच टीम में शामिल अफसर ने बताया कि युवती और सेवादार विनायक भी एक-दूसरे को मैसेज करते थे, जिसमें युवती ने कई बार पूछा कि ‘भाई अपन प्लान में सफल हो पाएंगे कि नहीं’। इस पर विनायक युवती को प्लान सफल होने का विश्वास दिलाता था। इस जानकारी के बाद मंगलवार को एक टीम महाराज के घर ‘शिवनेरी’ पहुंची और पत्नी आयुषी, सेवादार पीडी उर्फ प्रवीण देशमुख और बहन रेणु, मोनू से पूछताछ की। पुलिस ने महाराज के सात मोबाइल भी बरामद कर लिए। इनसे डेटा डिलीट हो चुका हैं, जिसे पुलिस रिकवर कराएगी। महाराज की छोटी बहन मोनू उर्फ अनुराधा (52) ने विनायक और युवती पर धमकाने का आरोप लगाया है।

मोनू ने कहा कि आत्महत्या के पीछे युवती, विनायक, शरद देशमुख और शेखर पंडित का हाथ है। युवती ने पूरे घर में कब्जा जमा लिया था। वह नौकरों पर ऐसे हुक्म चलाती थी, जैसे महाराज की पत्नी हो। जब महाराज आयुषी से शादी कर रहे थे, तो विनायक ने युवती को घर बुला लिया। बड़ी बहन रेणु, आयुषी को ज्वेलरी और कपड़े देने निकल गई थी। जैसे ही मौका मिला, विनायक युवती को बेडरूम में लेकर आ गया। उसने महाराज को धमकाया कि उससे शादी नहीं की तो वह जहर पी लेगी। तब परिजन ने उसे धक्का देकर बाहर निकाला था। विनायक महाराज को अकेला देखते ही युवती को फोन कर देता था। उन पर दबाव बनाकर बात करवाता था। शेखर और विनायक महाराज को परिवार से भी दूर करना चाहते थे। विनायक युवती को घर की मालकिन बनाने का षड्यंत्र रच रहा था। मैंने पुलिस को भी पूरी जानकारी दे दी है। मोनू की मांग की है दोषियों पर कार्रवाई होना चाहिए। पुलिस केस को दबाने की कोशिश कर रही है।

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