युवाओं में तेजी से फैल रहा है ये कैंसर, सावधान कहीं आप भी न आ जाये इसकी चपेट में…
आजकल युवाओं में आए दिन कई सारी नई नई बिमारियां देखने को मिल रही है जिसमें से कुछ ऐसे हैं जिनके बारे में उन्होने कभी सोचा भी नहीं होगा। दरअसल इन बिमारियों के पीछे का कारण कुछ और नहीं बल्कि उनकी दिनचर्या है जी हां आजकल की भागदौड़ भरी दिनचर्या के कारण हो रहा है क्योंकि हर कोई पैसा कमाने में इतना ज्यादा व्यस्त हो गया है कि किसी को भी खाने तक की फूर्सत नहीं हे। इस कारण से आए दिन लोगों के शरीर में नई नई बिमारियों से ग्रस्त होते जा रहा है। आज हम आपको एक ऐसी बिमारी के बारे में बताने जा रहे जो आजकल युवाओं में बड़ी तेजी से फैल रही है।
हम बात कर रहे हैं टेस्टिस कैंसर की जो कि आजकल युवाओं में तेजी से बढ़ रहा है। दरअसल ये कैंसर टेस्टिस यानि अंडकोष में होता है। टेस्टिस हमारे शरीर में टेस्टोस्टेरॉन और अन्य कई महत्वपूर्ण हार्मोन्स का उत्पादन करते हैं। वीर्यकोष की कोशिकाओं में अनियंत्रित तरीके से वृद्धि के कारण ही होता है। आपको बता दें कि ये थैली प्रजनन कोशिकाओं के लिए भी जिम्मेदार है। वहीं डॉक्टरों का मानना है कि पथरी भी अगर ज्यादा दिनों तक रहे तो वह कैंसर का रूप ले सकती है। शुरूआत में ये केवल टेस्टिस तक ही सीमित रहता है वहीं आपको बता दें कि यह रेट्रोपेरिटोनिल लिम्फ नोड्स तक पंहुच जाता है। इसके अलावा ये भी बता दें कि रेट्रोपेरिटोनिल लिम्फ नोड्स वह छोटी ग्रंथियां होती हैं ज
पेट या पीठ में दर्द होना: टेस्टिकुलर कैंसर का सबसे शुरूआती लक्षण लें, स्टडी में पता चला है कि लिम्फ नोड के बढ़ने से कैंसर लिवर तक पहुंच जाता है जिससे कि लिवर में दर्द होने लगता है।
गांठ में दर्द न होना : आपको बता दें कि इसकी शुरूआती लक्षण में टेस्टिकुलर में गांठ मटर के दाने के बराबर होती है लेकिन धीरे-धीरे काफी बड़ी हो जाती है। अगर आपको ऐसे लक्षण दिखे तो इसका इलाज तुरंत कराना चाहिए ये खतरनाक है।
थैली का बढ़ना : वहीं इसके टेस्टिकल की थैली में भारीपन महसूस होना कैंसर का शुरूआती लक्षण है। वहीं इसके अलावा थैली के बढ़ने की वजह से इसमें काफी दर्द होने पर इसकी अनदेखी नहीं करनी चाहिए और तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए ये आपके लिए संकेत है इसे नजरअंदाज ना करें।
थैली में तरल पदार्थ जमना : आपको बता दें कि टेस्टिकल की थैली से तरल पदार्थ होना सामान्य बात है अगर यह एक हफ्ते से ज्यादा दिनों तक रहता है तो आपको सावधान हो जाना चाहिए।
टेस्टिकल के आकार में परिवर्तन : इसके अलावा टेस्टिकल के आकार में परिवर्तन कैंसर का शुरुआती लक्षण हो सकता है। वहीं आपको बता दें कि इसके अलावा आपको टेस्टिकल में सूजन दिखता है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
कारण
वहीं आपको बता दें कि अगर घर में किसी को यह कैंसर हो चुका है या फिर परिवार के अन्य लोग इसकी गिरफ्त में आ सकते हैं। यह एक आनुवांशिक बीमारी है जिनके गुप्तांगों का विकास नहीं हो पाता उनको भी टेस्टिकुलर कैंसर का खतरा होता है। एचआईवी पॉजिटिव मरीजों को भी कैंसर का यह प्रकार हो सकता है।