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युवाशक्ति देवो भवः प्रधानमंत्री

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कर्नाटक के तुमकुरु में सम्बोधित किया। प्रधानमंत्री ‘यूथ पावर: द विजन ऑफ न्यू इंडिया’ के विषय पर बोल रहे थे। इसका आयोजन रामकृष्ण विवेकानंद आश्रम के रजत जयंती समारोह शिकागो में विवेकानंद द्वारा दिए गए भाषण की 125वीं वर्षगांठ और सिस्टर निवेदिता की 150वीं जयंती का जष्न मनाने के लिए किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि तुमकूरू का यह स्टेडियम इस समय हजारों विवेकानंद, हजारों भगिनी निवेदिता की ऊर्जा से दमक रहा है। हर तरफ केसरिया रंग इस ऊर्जा को और बढ़ा रहा है। युवा पीढ़ी के साथ किसी भी तरह का संवाद हो, उनसे हमेशा कुछ न कुछ सीखने को मिलता है। इसलिए मैं यथासम्भव प्रयास करता हूं कि युवाओं से ज्यादा से ज्यादा मिलूं, उनसे बात करूं, उनके अनुभव सुनूं। उनकी आशाएं, उनकी आकांक्षाएं महसूस कर उनके मुताबिक कार्य कर सकूं, इसी प्रयास में लगा रहता हूं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि नयापन ही बेहतर भविष्य का आधार है। स्कूलों में कम उम्र के बच्चों के विचारों को अविष्कार में बदलने के लिए सरकार ने अटल इनोवेशन मिशन की शुरुआत की है। अब तक देशभर में 2400 से ज्यादा अटल टिंकरिंग लैब्स को स्वीकृति दी जा चुकी है। उन्होंने कहा हमारा मंत्र भी विद्यार्थी देवो भव है। मैं इसमें ये भी जोड़ना चाहूंगा, युवाशक्ति देवो भव। केंद्र सरकार देश में 20 वर्ल्ड क्लास शिक्षा संस्थान बनाने का काम कर रही है। इस बजट में हमने राइज नाम से एक नई योजना भी शुरू की है। इसके तहत हमारी सरकार अगले चार साल में देश के शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए एक लाख करोड़ रुपए खर्च करने जा रही है।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि कर्नाटक पर तो स्वामी विवेकानंद जी का विशेष स्नेह रहा है। अमेरिका, कन्याकुमारी जाने से पहले वह कर्नाटक में कुछ दिन रुके थे। मोदी ने पूर्वोत्तनर में भारतीय जनता पार्टी को मिली बड़ी जीत का भी जिक्र किया। उन्होंाने कहा कि आपने देखा कि परसों पूरा देश होली के रंग में रंगा हुआ था। कल पूर्वोत्तनर के नतीजों ने फिर एक बार पूरे देश में उत्सव का माहौल बना दिया। मैं इसे एक पार्टी की जीत, एक पार्टी की हार के तौर पर नहीं देखता हूं। महत्वपूर्ण ये है कि पूर्वोत्तीर के लोगों की खुशी में पूरा देश शामिल हुआ। उन्होंाने कहा कि पहली बार ऐसा हुआ जब देश के अन्य राज्यों के लोग भी ये देखने के लिए सुबह से टीवी खोलकर बैठ गए कि मेरे उत्तर-पूर्व के भाइयों-बहनों ने क्या जनादेश दिया है। ये एक बहुत बड़ा बदलाव है। पहले हमारे यहां नीतियां और निर्णय ऐसे हुए कि उत्तर पूर्व के लोगों में अलगाव की भावना घर कर गई थी। लोग विकास की ही नहीं, विश्वास और अपनत्व की मुख्य धारा से भी खुद को कटा हुआ महसूस करने लगे थे। कट्टरता का जवाब एकीकरण से दिया जा सकता है। आज हमारा भारत पूरी दुनिया का सबसे नौजवान देश है। 65 प्रतिशत से ज्यादा लोगों की आयु 35 वर्ष से कम है। युवा शक्ति की ये अपार ऊर्जा देश का भाग्य बदल सकती है।
2014 में सरकार बनने के बाद इसलिए हमारी सरकार ने युवा शक्ति को ध्यान में रखते हुए इस ऊर्जा का राष्ट्र निर्माण में इस्तेमाल करने के लिए अनेक फैसले लिए और ये प्रकिया निरंतर जारी है। मुद्रा योजना के तहत अब तक देश में करीब 11 करोड़ लोन दिए गए हैं। कर्नाटक के नौजवानों के भी 1 करोड़ 14 लाख से ज्यादा लोन स्वीकृत किए गए हैं। युवा चाहता है कि भविष्य, वर्तमान और अतीत दोनों से ज्यादा बेहतर और मजबूत हो। युवा सिर्फ ये नहीं सोचता कि जो पहले अच्छा था, वही बेहतर था। युवा सोचता है कि पुराने से सीख लेकर वर्तमान और भविष्य को और बेहतर कैसे बनाया जाए।

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