विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सोमवार को कहा कि सरकार संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के अजमान में व्यापारिक जहाजों में फंसे 41 भारतीय नाविकों को सुरक्षित निकालने के लिए कदम उठा रही है। सुषमा ने यह भी कहा कि यूएई स्थित भारतीय दूतावास को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि नाविकों को जरूरी चीजों की कमी न हो।
खबरों में यह भी कहा गया है कि इनमें से दो जहाज के डूबने का खतरा उत्पन्न हो गया है। कंपनी के मालिक ने कथित तौर पर नाविकों को छोड़ दिया है जो अपने जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
हम मदद कर रहे हैं
सुषमा ने ट्वीट किया, ‘हमने दोनों जहाजों के कैप्टेन, जहाज मालिकों, बंदरगाह अधिकारियों और सरकार से संपर्क किया है। उनके पास अगले दो सप्ताह के लिए जरूरी सामानों की आपूर्ति है। हम उनके बकाये चुकाने और चालक दल के सदस्यों को छुड़ाने के लिए मदद कर रहे हैं।’मंत्री ने कहा कि उन्होंने दूतावास से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि भारतीय नाविकों को जरूरी चीजों की आपूर्ति के लिए परेशानी नहीं हो। नाविक केरल, महाराष्ट्र, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तराखंड, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, तमिलनाडु और आंध प्रदेश के हैं। 6 जनवरी को सुषमा स्वराज ने ट्वीट का जवाब दिया था जिसमें नाविकों को निकालने का अनुरोध किया गया था।
सुषमा ने मुद्दे का समाधान का वादा किया था। सुषमा का ध्यान जब तेलंगाना के 500 युवाओं के इराक में फंसे होने की ओर आकृष्ट किया गया था तब उन्होंने कहा था कि उनकी संख्या बहुत कम है। उन्होंने कहा कि फंसे सभी भारतीयों को इरबिल स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास से संपर्क करना चाहिए।