नई दिल्ली : बैंक घोटालों के क्रम में यूको बैंक के पूर्व सीएमडी पर आरोप लगा है कि उसने आरोपियों के साथ मिलकर बैंक को 621 करोड़ रुपये का चूना लगाया। इस खबर से सोमवार के कारोबार में यूको बैंक का स्टॉक एनएसई पर 18 फीसदी टूटकर 12 साल के निचले स्तर पर आ गया। स्टॉक में गिरावट से बैंक का मार्केट कैप 746.73 करोड़ रुपए घट गया।
गौरतलब है कि देश के सबसे बड़े बैंकिंग फ्रॉड पंजाब नेशनल बैंक का नुकसान यूको बैंक को भी हुआ है। बीते दिनों बैंक ने बताया था कि 13 हजार करोड़ के घोटाले से हुए नुकसान की जद में यूको बैंक भी है। इस वजह से उसे करीब 2636 करोड़ रुपए का झटका लगा है। बैंक में धांधली की खबर से आई गिरावट की वजह से एनएसई पर स्टॉक 18.25 रुपए के स्तर पर आ गया, जो यह 52 हफ्ते का निचला स्तर है। स्टॉक्स में गिरावट से यूको बैंक के मार्केट कैप में 746.73 करोड़ रुपए की गिरावट हुई। शुक्रवार के बंद भाव पर बैंक का मार्केट कैप 4,153.69 करोड़ रुपए था, जो स्टॉक के निचले स्तर पर 746.73 करोड़ रुपए घटकर 3406.96 करोड़ रुपए हो गया। वहीँ सीबीआई ने यूको बैंक के शिकायत पर बैंक के पूर्व सीएमडी अरुण कौल, इरा इंजीनियर इंफ्रा इंडिया लिमिडेट के सीएमडी हेम सिंह भराना, पंकज जैन और वंदना शारदा, चार्टर्ड अकाउंट के खिलाफ मामला दर्ज किया है। 2010 से 2015 के दौरान कौल यूको बैंक के मुख्य प्रबंध निदेशक पद पर थे। इसके बाद उनके कार्यकाल को आगे नहीं बढ़ाया गया।
इसके अलावा बैंक ने पवन बंसल के खिलाफ भी केस दर्ज करवाया है। इन सभी पर बैंक ने 621 करोड़ के धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया है। सीबीआई के अधिकारी अभिषेक दयाल ने बताया कि बैंक के अनुरोध पर यह केस दर्ज किया गया है। इस फ्रॉड मामले में कौल समेत अन्य लोगों पर साजिश का आरोप है। सीबीआई ने आज इस मामले में कार्रवाई करते हुए 10 जगहों पर छापेमारी भी की है। जिन 10 लोकेशंस पर छापेमारी हुई है उनमें से 8 दिल्ली में जबकि 2 मुंबर्इ में हैं।