यूट्यूब चैनल से पॉप्युलर हुए थे अंकित और प्यार की राह में मारे गए
दूसरे समुदाय की युवती से प्रेम करने पर मारे गए अंकित सक्सेना घर के इकलौते चिराग थे और मां-बाप के लिए बुढ़ापे का सहारा था। फटॉग्रफी के पेशे के अलावा वह यूट्यूब चैनल भी चलाते थे। बीते कुछ दिनों में उनके इस चैनल ने चर्चा भी बटोरी थी। उनकी हत्या के बाद से जहां इलाके में सांप्रदायिक तनाव की स्थिति है, वहीं उनके पिता ने नेताओं से इंसाफ की मांग की है। उन्होंने कहा कि उन्हें किसी धर्म या मजहब से नफरत नहीं है। वह सभी धर्मों का आदर करते हैं। कुछ टीवी चैनल और मीडिया के लोग उनसे इस संबंध में बात करते हैं और घटना को मजहब से जोड़ कर दिखा रहे हैं, जो उन्हें और भी परेशान कर रहा है।
उन्होंने किसी समुदाय को चिह्नित करके आरोप नहीं लगाए हैं। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि अगर उनका बेटा किसी भी धर्म या जाति की लड़की से शादी करने की इच्छा जाहिर करता तो वह उसके लिए हमेशा तैयार थे।
मां कमलेश अपने घर आने वाले हर शख्स से हाथ जोड़कर अपने बाबू (अंकित) को उन तक लाने की गुहार लगा रही थीं। 15 साल पहले अंकित के पिता की टीवी और दूसरे इलेक्ट्रॉनिक सामान की दुकान थी। हार्ट की बीमारी होने के बाद वह दुकान बंदकर घर में ही रहने लगे। इसके बाद परिवार के भरण-पोषण की जिम्मेदारी अंकित के कंधों पर ही थी।
बड़े सपने देखने वाले अंकित काफी मेहनती भी थे। वह अपने घरवालों के लिए बड़ा घर बनाना चाहते थे और अपने लिए हाई-टेक स्टुडियो। अंकित का यूट्यूब चैनल भी था ‘आवारा बॉय’ जहां वह प्रैंक्स और म्यूजिक विडियो डालते थे। अंकित के दोस्तों ने बताया कि उनका चैनल पिछले दिनों काफी पॉपुलर हुआ।
लड़की को अपने पैरंट्स से खतरा
वह शादी करना चाहती थी, लेकिन मजहब के सामने मोहब्बत हार गई। अपने प्यार को सूनी आंखों से खोज रही लड़की ने दिल्ली के रघुबीर नगर इलाके में शुक्रवार को अंकित सक्सेना की हॉरर किलिंग के बाद अब अपने ही परिजनों से जान को खतरा बताया है।
सूत्रों के मुताबिक, दोस्त अंकित की हत्या से बुरी तरह टूट चुकी दूसरे समुदाय की लड़की ने शुक्रवार को जहर खाकर जान देने की धमकी दी थी। वह न बोल रही थी, न ही कुछ खा-पी रही थी। सूत्र बताते हैं कि लड़की के चाचा और घर के अन्य लोगों ने उसे रखने से इनकार कर दिया है। शनिवार को लड़की को चाइल्ड वेलफेयर कमिटी के सामने पेश किया गया, जहां से उसे नारी निकेतन भेज दिया गया है।
‘लगा भगा ले गया’
तीनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। वहीं लड़की के नाबालिग भाई को जुवेनाइल होम में भेजा गया है। पुलिस को तहकीकात में पता चला है कि लड़की के परिजनों को अपने घर में ताला लगा देखा। उन्हें लगा कि उनकी बेटी को अंकित ले गए हैं। इस बीच परिवार को पता चला कि उनकी बेटी टैगोर गार्डन मेट्रो स्टेशन पर है। वे मेट्रो की ओर निकले। रास्ते में ही उन्हें अंकित मिल गए और उनकी हत्या कर दी गई।
पहले पड़ोस में ही रहता था लड़की का परिवार
घर की दीवारों पर लटकी अंकित की दर्जनों तस्वीरें देखकर हर कोई टकटकी लगाए देख रहा है। पिता यशपाल हार्ट पेशंट और मां को शुगर की बीमारी है। अंकित ही उनके बुढ़ापे की लाठी थे। मगर, कुछ ही मिनटों में उनकी दुनिया पूरी तरह उजड़ गई। अंकित की मां कमलेश बेटे के गम में बार-बार बेहोश हो रही हैं। शनिवार को उनका चेकअप कराया गया।